About Ritu Jain!

New Delhi, India
I am Ritu Jain,48 years and happily married . I live in Delhi. A Housewife who is a Psychology Hons. Graduate and wants to bring cheer and smile to every person who does not have one.Being creative is my lifeline. I am very happy today that I have launched my own Blog, to share my poems,thoughts,experiences and various colors in my life.

Saturday, July 31, 2010

My Lovely Pet Dog ...Cizu...



I,have a lovely and darling Dog...Cizu...without whom the sun does not rise, nor it sets.Oh!! What a wonderful creature..He gives love to everybody and receives much more.Cizu rules everybody's Heart in our House.The most we talk about each other is him. He is a noble gentle soul who loves all.May God Bless him.!!

But no mistake guys and gals...he can rip apart anyone too!!!Have a look!!
पंछी,परिंदे,सब भाव-विभोर हो रहें हैं,
फूल-पत्ते वर्षा के पानी से धुलकर पावन हो रहे हैं,
ठंडी हवाएं,मन को अति प्रसन्न कर रही है,
लगता है जैसे,कायनात की हर कली मुस्कुरा रही है,
सिर्फ मेरा मन बेचैन है,सोचकर
तुमसे दूर क्यों हूँ,
बस इस सुहानी रुत में,तुम्हारी याद सता रही है|

It is the opinion of several psychiatrists that a man does not break down from overwork,but from his attitude to work.When you leave home for office,factory or profession,it is desirable that one leaves in a happy mood.This happy frame of mind will help day long.Keep spreading cheeriness and smiles by being pleasant to the people you meet.

Friday, July 30, 2010

जो रुकता नहीं किसी के लिए,
वो वक़्त है,
हर किसी को इंतज़ार है,इसके सही होने का,
वो वक़्त है,
कद्र करनी होगी,जिसकी हमें सब से ज्यादा,
वो वक़्त है,
जो कल था तुम्हारा,आज है हमारा,कल किसी और का,
वो वक़्त है|
दूसरे के दोषों को देखना,अपने गुणों का अभिमान करना,चित्त की अशुद्धि का कारण है|

Be thankful for things we sometimes take for granted,like flowers,butterflies,sunshine,rain,a smiling face,a roof over your head,food to eat etc.

Thursday, July 29, 2010

अक्सर बीते हुए पल,
यादें बन कर सताते हैं,
अनेक सपने,हकीक़त 
बनते-बनते रह जाते हैं,
साथ हो हमसफ़र का,फिरभी
कुछ लोग खुद को तनहा पाते है|
Self-analysis,self-retrospection is thee safest road to Wisdom and truth.

Wednesday, July 28, 2010

सावन जब भी आता है,
साथ हर्षो-उल्लास लाता है,
ठंडक भरी,हवाएं चलने लगतीं हैं,हर ओर
और मस्ती करने लगतीं,घटाएं मचा के शोर,
उस पर नन्ही-नन्ही वर्षा की बूंदों का गिरना,
मन बेचैन होने लगता है,मिलने को अपने मीत को,
कौन समझाए उस बैरी को,असीम प्रीत की तड़प को|

Tuesday, July 27, 2010

हे दो हाथ वाले मनुष्य,तू सौ हाथों वाला होकर धन संग्रह कर,सौ गुनी शक्तिसे धन-धान्यादी ऐश्वर्यों को इकठा कर.परन्तु इस उपार्जन किये हुए अपने धन को हज़ार हाथों वाला होकर,सत्पात्र को दान कर दे|
Views and opinion are different aspects of the same truth.So do not quarrel with others.

Monday, July 26, 2010

क्यों कभी-कभी अपने ही आंसू 
झूठे लगते हैं,
और दूसरों की मुस्कान फीकी,
धुंधले लगते हैं,फिर सब रिश्ते-नाते 
कसमे-वादे सब जैसे,
खुली आँखों के सपने,
अपनेपन का दम भरनेवाले,
सब हैं,बेमुरव्वत ,अपने|
The heights by great men reached and kept
Were not attained by sudden flight,
But they,while their companions slept,
Were toiling upward in the night.
It is human to hate those whom we have injured.
एक पेड़ पर दो बाज प्रेमपूर्वक 
रहते थे दोनों शिकार की तलाश में निकलते और जो भी पकड़कर लाते उसे शाम को मिल बाँट कर खाते |बहुत दिन से उनका यही  क्रम चल रहा था |
एक दिन दोनों शिकार पकड़कर लौटे तो एक चोंच में चूहा था और दूसरी चोंच में साँप | शिकार दोनों हम तब तक जीवित थे | पेड़ पर बैठकर बाजो ने जब उनकी पकड़ ढीली कीतो साँप ने चूहे कोदेखा और चूहे ने साँप को |
साँप चूहे का स्वादिष्ट भोजन पाने के लिए जीभ लपकाने लगा और चूहा साँप के प्रयत्नों को देखकर अपने पकड़ने वाले बाज के डैनो में छिपने का उपक्रम करने लगा |
उस दृश्य को देखकर एक बाज गंभीर हो गया और विचार मग्न दिखने लगा , दुसरे ने उससे पूछा -दोस्त दार्शनिको की तरह किस चिंतन -मनन में डूब गये?
पहले बाज ने अपने पकड़े हुए साँप की ओर संकेत करते हुए खा कि देखते नही यह कैसा मुर्ख प्राणी है |जीभ को लिप्सा के कारण यह मौत का भी विस्मरण कर रहा है |
दुसरे बाज ने अपने चूहे की आलोचना करते हुए कहा- और इस नासमझ को भी देखो भय  इसे प्रत्यक्ष मौत से भी अधिक डरावना लगता है |
पेड़ के नीचे एक मुसाफिर सुस्ता रहा था |उसने दोनों की बाते सुनी और एक लम्बी साँस छोड़ते हुए बोला - हम मानव प्राणी भी साँप और चूहे की तरह स्वाद और भय को बड़ा समझते है , मौत तो हमें विस्मरण रहती है |

 Once we simplify life and take decisions from deep within,infuse discipline in our lives and stop enacting dramas in our  relationships we are  at peace Once at peace and free,happiness happens.Life becomes an expression of divine  calmness and flows with eternal grace.

Sunday, July 25, 2010

रास्ते से कांटे दूर हैं,उनके
इरादे फौलादी है जिनके,
मंजिलें बाहें फैलाकर स्वागत करती हैं,उनका
हौसला  चट्टान से भी मजबूत होता है जिनका,
फूल  ही फूल खिल जातें है,जीवन में उनके
वचन और कर्म,प्रेम और परोपकार से प्रेरित होते हैं,जिनके|


Avoid the stress that comes from being in a constant hurry,it makes you impatient.
न जाने कैसे,निर्मोही हैं आप,
हमारा दिल बेवजह दुखातें हैं 
कैसे बताएं,
हमारे रोने और हंसने,दोनों की वजह आप हैं,
हमारे जीने,और आपकी बेरुखी,
से अनगिनत बार मरने की वजह भी आप ही हैं|

Saturday, July 24, 2010

 Who hides reality,pretends,poses and always wants to give the impression of being well.He wants to be seen as perfect,easy going etc.A bronze statue with feet of clay.There is nothing worse for health than to lie on appearances and facades.These are people with a lot of varnish and little root.Their destiny is the pharmacy,the hospital and arid pain.
Control the mind.Have a balanced mind.Coax the mind.Discipline the mind.Keep it fully occupied.
तुम्हारे आने का संकेत,दे रहीं 
है,ठंडी हवाएं अंगडाइयां ले-लेकर,
तुम्हारा पता बता रहीं है,
वर्षा की बूँदें,बरस-बरसकर,
तुम्हारे आगमन का सन्देश,
फूल दे रहें है,खिलकर और महककर,
हमारा मन चहक रहा है,पर इंतज़ार में
तुम्हारे,आँखें थक चुकीं,बरस-बरसकर|

Friday, July 23, 2010

Children start by loving their parents,after a time they start judging them.Rarely if ever,do they forgive them.
दुःख में सुमिरन सब करें,
सुख में करें न कोई,
जो सुख में सुमिरन करे,
दुःख काहे को होए|
God is the friend of silence.See how nature-trees,flowers,grass-grows in silence.See the stars,moon and the sun,how they move in silence.

baat mere man ki

जीवन के अंतिम श्वास तक,
भला सब का सोचूँ और करूँ,
पाया नरजन्म,मुश्किल से 
क्यों इसे निज्स्वार्थ में व्यर्थ करूँ,
अपनी मुट्ठी में भर के,सूर्य की रोशनी को,
क्यों न मैं निकलूँ,अँधेरे मिटाने को,
मनोबल और बुद्धि से,
क्यों न संशय दूर करूं,भटके हुए इंसानों के,
हे प्रभु,वरदान इतना देना,
बिना डगमगाए दृड़ विश्वास से,मैं पर-पीड़ा 
को महसूस कर,उसे दूर करने की चेष्टा सदा करूँ|
See the dictionary under the letter'h'-only there will you always find happiness.In life things are very mixed up.Like day and night,life and death,you have happiness and unhappiness.Life is rich because of polar opposites..

Thursday, July 22, 2010

सत्पात्र में दिया हुआ धन,सत्पात्र में दिया हुआ दान,अनंत्गुना
होकर फलित हुआ करता है|
Just look at animals,or the birds;nobody is worried,nobody is sad,nobody is frustrated.You don't see a buffalo freaking out.It is perfectly contented chewing the same grass every day.It is almost enlightened!
लौटकर नहीं आता,
कमान से निकला हुआ तीर कभी,
और जुबां से निकली हुई बात कभी ,
वापिस नहीं आता,
आँख से टपका अनमोल सा आंसू,
भोला-भाला  बचपन,और सतरंगी दिन जवानी के,
लाख कोशिशों के बाद भी,आता नहीं बीता हुआ समय
और हाथ से छूटा हुआ पल कभी|
One of the golden rules of life is to accept your own self  as it is.In other words,you should accept what you are,and should not unnecessarily bother for what you are not.

Wednesday, July 21, 2010


Did you hear that the world's biggest optimist fell out a window on the 79th floor?As he sailed past the 20th floor,he was overheard saying,"doing okay so far!"
कभी लगता है,
आसमान खफा है,हमसे
कभी लगता है,
ज़मीन खफा है,हमसे
लेकिन सच तो यह है,
जब तुम खफा होते हो हमसे,
तो लगता है,
सारा जहान खफा है हमसे|
The happy person is not one who is always happy.The happy person who is happy even when there is unhappiness.
Forget the past,ignore the future.Live in the present,the future will take care of itself.

Tuesday, July 20, 2010

क्यों आवाज़ नहीं होती,
सूरज के उगने की,
चाँद के छुपने की,
तारों के टिमटिमाने की,
किसी को दिल से चाहने की,
फिर दर्दे-दिल बढ जाने की,
किसी की तरफ मुस्कुराने की,
रिश्तों में कडवाहट आने की,
फिर दिल के चुपके-चुपके रोने की,
हाय,क्यों आवाज़ नहीं होती,
अपनों की बेरुखी से,
दिल के हज़ार टुकड़ों में बिखर जाने की|
Realize that you are a human-being,and as such you can and you will make mistakes.Yur mistakes can be forgiven if you are sorry about them,and you can forgive yourself too.
तुम्हारा साथ है तो,
गुनगुनाता रहेगा यह आसमान सदा,
है साथ तुम्हारा,
गाती रहेंगी ये हवाएं,नए तराने सदा,
तुम पास हो,
खिलते रहेंगे,सुंदर फूल चमन में,
तुम्हारे पास होने से ही तो,
प्रेम की बांसुरी,बजने लगती है मन में|
Short as life is,we make it still shorter by the careless waste of time.

Monday, July 19, 2010

हर आँख यहाँ यूं तो बहुत रोती है,
हर बूँद मगर अश्क नहीं होती है,
देखकर रो दे जो जमाने का गम,
उस आँख से आंसू गिरे वह मोती है|
We may forget what someone said,but it is difficult to forget how someone behaved.
जैसे -जैसे भोर का आगमन होता जा रहा है,
चंद्रमा ,तारागणों के साथ ओझिल होता जा रहा है,
वातावरण अति सुहाना और मनोरम होता जा रहा है,
चिड़ियों का कलरव तेज़ होता  जा रहा है,
मंद-मंद शीतल समीर हृदय को सुकून प्रदान कर रही है,
पूर्व दिशा से,बाल रवि उदय की ओर बढ रहा है|
Happiness is a positive condition,not only giving comfort to the self,but also to others around oneself.

Sunday, July 18, 2010


इन्द्रियाँ  हैं पांच,चलना होगा,इनके
वश में होकर नहीं,इनको वश में करके
सन्मार्ग पे चलना होगा,
हर क्षण उस प्रभु को याद करके,
प्रलोभन अनेक,बन सकते है राह में कांटे,
भटकन दूर होगी मन की,यदि हम केवल
अपना प्रेम,और दूसरों के दुःख-दर्द बाँटें|
Always believe in simplicity,because it is very near to truth.
To accomplish great things,we must dream as well as act.

Saturday, July 17, 2010

"Love and Death"are two unexpected guests,when they will come no one knows,but they do the same work,One takes the heart and the other takes the beats.
दुःख कोई नहीं ,
पर न जाने उठती है,कसक ,सोचकर
मेरा साया,मेरे साथ नहीं,
कोई भी कोशिश काम न आई,
तुम्हे पास बुलाने की,
बताना,कभी जो बता सको,
क्यों और कहाँ कमी  रह गई,
तुम्हे समझाने की,जब भी 
आंसू बहते है,तुम्हे याद करके,
तुम्हे बीते लम्हे पुकारते है,दिल के झरोखे से|

Let us not pray to be sheltered from dangers but to be fearless when facing them.
Admire and appreciate everyone for their good work,behaviour,and achievements.
There's a story about a lawyer who says his prayers once a year.New Years Day.The rest of the time he just jumps into bed and says,"ditto."

कैसा भोलापन था,उसके चेहरे में
जो मुझे उसका दीवाना बना गया,
कैसी कशिश थी,उसकी मुस्कान में,
जो मुझे करीब उसके ले गई,
वो,उसके बचपन की मासूमियत थी,
जो मुझ पर एक जादू सा कर के चली गई|

Friday, July 16, 2010

Good humour,rest,laughter,Happiness.These replenish health and bring long life.The happy person has the gift to improve the environment wherever they live."Good Humour saves us from the hands of the doctor."Happiness is health and therapy.

Please see my new blog,ticklengiggle.blogspot.com.
तुम जब नहीं होते आसपास,
तो मन बेचैन सा रहता है,
तुम जब होते हो आसपास,
तो चैन कहाँ रहता है,
ये तो प्रीत की रीत है,
जिसके होते ही,
चैन न जाने कहाँ खो जाता है|

Thursday, July 15, 2010

As my friend was passing the elephants ,he suddenly stopped ,confused by the fact that these huge-creatures were being held by only a small rope tied to their front leg . No chain , no cages .It was obvious that the elephants could at anytime ,break away from the ropes they were tied to but for some reason , they did not .My friend saw a trainer nearby asked why these beautiful , magnificent animals just stood there and made no attempt to get away.
"Well ," he said ,"when they are very young and much smaller we use the same size rope to tie them and at that age ,it's enough to hold them . As they grow up ,they are conditioned to believe they cannot break away. They believe the rope can still hold them , so they never try to break it free ," My friend was amazed . These animals could any time break free from their bonds but because they believed they couldn't they were stuck right where they were.
Like the elephants , how many of us go through life hanging onto a belief that we cannot do something ,simply because we failed at it once before ? So make an attempt to grow further ....
Why shouldn't we try it again?
"YOUR ATTEMPT MAY FAIL , BUT NEVER FAIL TO MAKE AN ATTEMPT."
Not only mankind,but all living creatures on this earth,have to live together.Co-existence is a compulsion and therefore,mutual help,service to each other,sharing all material things and providing security to all is the first condition of life.
घुंघरू सुख-दुःख के तो बजते ही रहेंगे,
जीवन में सभी के,
फूल और कांटे भी मिलते रहेंगे,
ख़ुशी और गम के,
तुम मन सेकभी मत हारना,
विक़लता अधिक बढ जाए,तो 
सच्चे मन से,ऊपरवाले को पुकारना|
By having knowledge of yourself you can make your life as valuable as a diamond.Fears will be removed and your mind will become stable.This will bring the additional benefit of saving energy that would be wasted by fluctuations.Counting on yourself brings faith in the self so vital for progress.Counting on one God means you will not be disappointed by anyone.

Wednesday, July 14, 2010

होठों पर सदा कोई गीत सजा रहे,
गाते हुए जिसे रूह को सुकून मिलता रहे,
आँखों में कोई न कोई,ख्वाब पलता रहे,जिसे 
पूरा करने की हसरत,जीवन को दिशा देती रहे,
जीवन से जो मिला,उसे पाने का संतोष मिलता रहे,
असंतोष और असंयम हमसे कोसों दूर रहें,
हे प्रभु,हमारे मन रुपी घोड़े की,सदा आपके हाथ में लगाम रहे|

Uplift somebody's suffering like the way the carnival spirit uplifts the mood for all.

Tuesday, July 13, 2010

paap hai parpeeda


एक व्यक्ति बारह वर्ष तक काशी में पढ़ कर आया|पत्नी ने उसके स्नान के लिए गर्म पानी तैयार किया|जब वह स्नानगृह में गई तो उसने देखा,की वहां हज़ारों चींटियाँ रेंग रही थी|चींटियाँ कहीं बेमौत न मर जाएं,यह सोचकर उसने नहाने कोई बर्तन दूसरे स्थान पर रख दिया|पति ने पूछा-"नहाने के स्थान पर बर्तन क्यों नहीं रखा?"
पत्नी बोली-"वहाँ बहुत चींटियाँ घूम रही थी,इसलिए  दूसरे स्थान पर रख दिया|"पति बोला-"तुम पढ़ी-लिखी हो ,पर बात मूर्खता की करती हो|क्या हम उन चींटियों के पालनहार हैं?हम किस-किस की चिंता करेंगे?"
पत्नी ने कहा-"बारह वर्ष तक आपने विद्या-अध्ययन किया,उस विद्या का क्या लाभ,जिससे इतनी भी समझ न आई की दूसरों को पीड़ा नहीं पहुंचानी चाहिए|यह विद्या नहीं,कोरा भूसा है|"
यह सुनकर पतिको अपनी कमी का अहसास हुआ और उसने अपनी गलती के लिए अपनी पत्नी से क्षमा मांगी|


Honestly confront what you hate about your existence and all the things that frustrate you.When you overcome these obstacles,you will begin to find peace.

कभी-कभी ऐसा लगता है,
मुखौटे,पहन रखें है सबने,
झूठ और फरेब के,
कोसों दूर है,
प्रेम और हमदर्दी जिनके दिल से,
न जाने क्यों दम भरते हैं,
दुःख-तकलीफ में साथ निभाने का,
क्या भरोसा है,
पल-पल में बदलने वाले,इस ज़माने का|
Our body has been gifted to serve others.You must firmly resolve not to take care of yourself but also others.Unfortunately ,man does know what service means.The essence of all eighteen puranas can be summarised in two short sentences.Help Ever.Hurt Never.
लहरों की बेचैनी को,
बस सागर समझता है,
धरती की बेचैनी को,
बस बादल समझता है,
जैसे अपने बच्चे की पीड़ा को,केवल 
एक माँ का दिल समझता है,
और मेरे मन की तड़प को,
सिर्फ तुम्हारा मन समझता है|

Monday, July 12, 2010

Try anything once which benefits human use.Mind feeding activities promote a fuller,healthier existence.Fulfillment is an infectious vitality,which titllates the phyche,gifting the body with positive endophins.
क्या है जिंदगी,
किसी के काम आना है,जिंदगी,
किसी दूसरे की भूल को,भुला देना,है जिंदगी,
अपने-परायों पर प्यार लुटाना,है जिंदगी,
मीठी वाणी से,दूसरों के ज़ख्मों पर मलहम लगाना,है जिंदगी,
अपनी कमजोरियों और बुराइयों पर विजय पाना ,है जिंदगी,
किसी रोते हुए को हँसाना,है जिंदगी,
सच्चे मन से,अपना कर्तव्य निभाना,है जिंदगी,
हर पल,हर समय उस ईश्वर का स्मरण करना,है जिंदगी|

Make a good habit of returning to evaluate your day's actions and performance and to refuel yourself,every night with discontentment over the gap that still exists between "what is" and "what should be"and with the commitment to go and the extra mile to bridge the gap between the two,every morning.

Sunday, July 11, 2010

 जब,मन में,अंगडाई लेने लगती हैं
तुम्हारी यादें
हमें,अक्सर याद आने लगतीं हैं,
तुम्हारी बातें,
तन्हाई,तब बनकर दर्द,सताने लगता है,
तुम्हारे साथ,बिताया हर लम्हा याद आने लगता है,
तुम्हारा इंतज़ार,हमें दीवाना बनाने लगता है,
कैसे कहें,तुम्हारे सिवा,हर कोई बेगाना लगने लगता है|
We are on this planet to love ourselves and each other,and to help each other.Helping others fills the heart and soul in ways that nothing else can.

Saturday, July 10, 2010

Think about the last time someone actually listened to you and gave you understanding and acceptance.The feeling of being understood and accepted with caring and compassion is one of the best feelings in the world.Instead of focusing on getting this from others,why not focus on giving it to others?
जीना आया किसे यहाँ,
कोई बिन वजह रोता रहा,
तो कोई,दूसरों को
बिन वजह रुलाता रहा,
कोई प्यार के लिए तरसता रहा,
तो कोई,प्यार अपना लुटाता रहा,
कोई हँसता रहा खुद पर,
तो कोई दूसरों की हंसी उड़ाता रहा,
जो समझ कर जिया,खुद को,और दूसरों को,
वो आगे बढते हुए,दूसरों के लिए राहें बनाता रहा|

If we look back,a plethora of faces come to our minds,who contributed immensely to our growth.Life would have been possible if it was not for him or her.Inter-dependence is the most indispensable part of human life.Life moves not because of our own efforts but with others contribution.

Friday, July 9, 2010

कभी-कभी साँसों की अंतहीन सी
डोर लगने लगती है,जिंदगी,
कभी-कभी चंचल समुद्र की लहरों 
से भी चंचल प्रतीत होती है,जिंदगी,
मन जब प्रसन्न होता है,तो छोटी 
मन जब उदास होता है,तो बहुत लम्बी
लगने लगती,है ये जिंदगी|
 
Success is the ability to go from one failure to another,without the loss of enthusiasm.

Thursday, July 8, 2010

फकीर देखा एक,
मस्तमलंग,न अपना होश उसे,
न फिक्र,दीन-दुनिया की उसे,
धरती बिछौना उसका,
नीलगगन चादर उसकी,
उसे जीवन से कुछ मिला नहीं,
पर,उसे जीवन से कुछ गिला नहीं,
उसका ख़ुशी भरा गीत सुनकर,मन हो गयाप्रसन्न,
कुछ न होते हुए भी,सबको जीना सिखा रहा था वो,
खुश रहकर,प्रेम और शान्ति से जीने की कला सिखा रहा था वो|
Make your boredom a rejoicing a time to think ,plan ,introspect , come out with brilliant workable ideas , reconnect with others an with yourself , instead of fretting and fuming , and generally making yourself and those around you miserable , with you continuous lamenting.
We should always be content and grateful for what God has given us and helped us to arrive,where we are.

Wednesday, July 7, 2010

हवाएं झूम के गाने लगीं,
राग मल्हार,
मेघ भी खुश होकर,भरने 
लगे हुंकार,
पत्ता-पत्ता झूमने लगा,गाने 
लगी डाल-डाल,
मुस्कुरा उठी हर कली,
हर किसी पर छाने लगा,मौसम का निखार|
Always appreciate what you have,for you never know when you might lose it.And never,ever take your friends and family for granted because today is the only guarantee you have,

Tuesday, July 6, 2010

के दाना,ख़ाक में मिलकर
गुले-गुलज़ार होता है,
कोई हँसता रहे कितना,
मगर हर दिल में छुपा कोई दर्द होता है,
मैं जानता हूँ सबकुछ,पर
मेरी मजबूरी है,के मैं रो भी नहीं सकता,
दुनिया बेरहम,किसी को चैन से जीने नहीं देती,
तसल्ली है,तो बस इस बात की,
खुदा का हाथ हो जिसपर,उसका बाल भी बांका हो नहीं सकता|
Let the face that smiles be yours because the world is a mirror.When you smile and put love in your heart,you see and feel it reflected around you.
Why do most of us,ignore the people who love us,and love the people who ignore us?

Monday, July 5, 2010

अक्सर,
तन्हाई में बहुत याद आते हो तुम,
अक्सर,
मेरे सपनों को सजाते हो तुम,
अक्सर,
आसमान के हर तारे में नज़र आते हो तुम,
अक्सर,
मुझे जीवन में आगे बढने की प्रेरणा देते हो तुम,
क्या मेरी तरह,
अपने दिल में,मेरी चाहत को सजाते हो तुम?


Mind and Soul

The mind is an instrument of cognition,of knowing things,knowing the material world.
The soul is a ray of God,that which you essentially are.
The mind is discursive,while the soul is synergic.
While the soul integrates everything,the mind analysis everything.
एक नई रोशनी,एक नया उजाला
लेकर आई है,आज,एक नई सुबह
लगता जैसे,पवन असंख्य घुंघरू
बांधकर,छलका  रही हो खुशियाँ,
और हम,
अपने ही सतरंगी सपनो के साथ
खेल  रहें हैं,आंखमिचोली
और तुम्हारे यादों से,प्यार के
रंग लेकर बना रहें हैं,आसमानों पे रंगोली|

Sunday, July 4, 2010

When we cultivate virtues like patience,compassion,mutual respect and a loving nature,we are well on the way to touching the heart of God,whose reflection we see in other human-beings.
बादल ने बरसकर,
धरती की पीड़ा को हर लिया है,
वर्षा की
नन्ही बूंदों ने,
मिट्टी को सोंधेपन से भर दिया है,
हर कुम्हलाये हुए,फूल-पत्ते को
नव-जीवन प्रदान किया है,
उस ऊपरवाले की कृपा तो देखो,
हर किसी के मन को,
हर्षो-उल्लास से भर दिया है|


Saturday, July 3, 2010

One can serve with the heart,not with the head.The heart alone,when tuned with humanity at large,can feel the throbs of another heart in the manner of natural empathy.
वोह हमारी आँख का आंसू था,
जिसे तुमने समझ लिया पानी था,
वोह दस्तान थी,एक चोट खाए दिल की,
जिसे तुमने  समझा  एक किस्सा था,
चाहकर भी,हम अपना
हाले-दिल तो न समझा पाए तुम्हे,
लाख कोशिशों के बाद भी,
अपने जीवन की किताब के हर पन्ने पर लिखा,
तुम्हारा  नाम,दिखा भी न पाए तुम्हे|
Stress has become a fact of life-but it need not become a way of life.

Friday, July 2, 2010

A poor but devout woman wanted to give away some of her old clothes to quake victims in Gujrat,"I can give away some of my old blankets and bedsheets,"she thought."They need more than I do-for they are without homes,and camping out in the open air."But she did not bundle up her hr old sheets and pass them to the collector."This is meant for Gods children,"she said,and so I wanted to make it as nice as possible."
    Is it not true that we are rather careless hen we give away old clothes for the poo and needy?And,yet we take such care to choose gifts and wrap them carefully for our friends,our near and dear ones.Our offerings to the needy too,we must treat as gifts-To God.
न जाने कहाँ गई वो मुस्कान,
जो खिली रहती थी,चेहरे पर तुम्हारे,
कहाँ गई वो हंसी,जो थी हमारे
जीने का सहारा,
न जाने तुम बदल गए,या हम 
या बदल गया,नसीब हमारा|

Service is love in action,love that does not demand anything in return but is ever giving.

man mein


मन में यदि,हरदम
उस पालनहारे का नाम रहे,
जीवन की हर 
मुश्किल आसान रहे,
दुःख होंगे,दूर बहुत
खुशियों की धूप खिली रहे,
चित्त रहेगा,प्रफ्फुलित सदा
गर,उसके आशीर्वाद से 
हरदम शान्ति और संयम का साथ रहे|
One of the most beautiful qualities of an intimate relationship is the give and take of energy that occurs between two people.

Thursday, July 1, 2010

आर्त स्वरों को दें सकें,राहत के दो बोल|
मिल जाएगा हे प्रभु..सांसों का सब मोल|
However mean your life is,meet it and live it;
don't shun it and call it hard names.It looks
poorest when you the richest.
तोहफा मिला है,खुदा से
दोस्त के रूप में,
सराहें जितना,कम है उतना
हर तरफ,जाती है जहाँ तक नज़र,
बस दिखाई देतें है आप ही,
कैसे कहें,इस दिल में,जिसने
सबसे अधिक जगह पाई है,वोह है आप ही|
 
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