About Ritu Jain!

New Delhi, India
I am Ritu Jain,48 years and happily married . I live in Delhi. A Housewife who is a Psychology Hons. Graduate and wants to bring cheer and smile to every person who does not have one.Being creative is my lifeline. I am very happy today that I have launched my own Blog, to share my poems,thoughts,experiences and various colors in my life.

Saturday, April 25, 2009

प्रकृति के हैं रूप अनेक,
जल झरनों ,तालाबों का करता है जीवन संचार,
उफान आने पर,यही मचा देता है हाहाकार,
हवा,हौले-हौले बह कर देती है सुकून,
कभी आंधी बनकर,छीन लेती सुकून, वैसे ही
सज्जन इंसान करता है सबका कल्याण,
लेकिन कभी -कभी वह बन जाता है,शैतान
दरिंदा ,बनकर उजाड़ देता है कई आशिआं ।
A day without love and laughter , is a day without life.
Never set a goal without attaching a timeline to it.
कभी बाँध कर नहीं रख पाओगे ,मेरे मन को तुम,
लाख पहरे बिठाने की कोशिश करते रहो तुम,
रोक न सकेगी ,इसे कोई भी दरो-दीवार ,
प्रयत्न करके देखलो चाहे तुम हज़ार,
हवा के झोंके की निकल जायेगा ,बिन देखे रात या दिन ,
सीमा लांघकर कोई भी ,जा सकता है किसी ओर ,
अंतहीन है इसकी उड़ान ,जिसका नहीं कोई छोर ।
 
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