गुलाब का फूल,एक रोते हुए आदमी को देखकर बोला-तू सब कुछ होते हुए भी रोता है,मुझे देख,मैं तो काँटों में खिलकर भी मुस्कुराता हूँ|छोड़ दे ये रोना-धोना,और और कर आगे का सफ़र तय कर हँसते हुए,क्योंकि दाता ने ये चुनौतियों भरा जीवन दिया है,हिम्मत से जीने के लिए|मुसीबतें तो आएंगी जीते जी,तू सामना कर उनका,और तू काबिल बना अपना जीवन,सफलतापूर्वक जीने के लिए|
About Ritu Jain!
- Ritu Jain " Mystic Colors Of Life"
- New Delhi, India
- I am Ritu Jain,48 years and happily married . I live in Delhi. A Housewife who is a Psychology Hons. Graduate and wants to bring cheer and smile to every person who does not have one.Being creative is my lifeline. I am very happy today that I have launched my own Blog, to share my poems,thoughts,experiences and various colors in my life.
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