कभी-कभी साँसों की अंतहीन सी
डोर लगने लगती है,जिंदगी,
कभी-कभी चंचल समुद्र की लहरों
से भी चंचल प्रतीत होती है,जिंदगी,
मन जब प्रसन्न होता है,तो छोटी
मन जब उदास होता है,तो बहुत लम्बी
लगने लगती,है ये जिंदगी|
"MY IMAGINATION WILL GO FAR AND WIDE FROM ONE TIDE TO ANOTHER TIDE"
New Delhi |