बेटी के ससुराल जाते ही,
उसका दिल करने लगा फरियाद,
हर लम्हा रोने लगा,करके उसे याद,
मज़बूत बहुत करा मन को,
समझाया ज़माने का चलन,
पर,
इन आँसूओं के आगे,बेकार थे सब यत्न,
अब अपना था,उसके पिया का घर,
माँ-बाप का घर-अंगना छूट गया सब|
"MY IMAGINATION WILL GO FAR AND WIDE FROM ONE TIDE TO ANOTHER TIDE"
New Delhi |