छलकती हुई आँखें देखो किसी की,
बिन पूछे समझने की कोशिश करना,
ये बेरुखी है,किसी अपने की
ये मौन सीभाषा है ,किसी टूटे हुए सपने की,
कुछ दबे हुए जज्बात हैं,
कुछ खोए हुए एहसास हैं,
ऐसी बातें हैं,जो हम कह नहीं पाए,
ऐसी बातें हैं,जो हम सह नहीं पाए,
कुछ अधूरी तमन्नाएं हैं,नादान दिल की,
कुछ हसरतें,ऐसी,जो कभी न हो सकी पूरी,
छलकती हुई आँखें..........