सुख-दुःख का ताना-बाना है,जिंदगी
खुद मिटकर भी, किसी के काम आना है,जिंदगी
किसी रोते को हँसाना है,जिंदगी
किसी भूखे को भरपेट खिलाना है,जिंदगी
किसी प्यासे की प्यास बुझाना है,जिंदगी
किसी व्यथित के आंसू पोंछना है,जिंदगी
किसी के जीवन में खुशियों के फूल खिलाना है,जिंदगी
किसी की आत्मा न दुखाना है,जिंदगी
प्रभु का नाम हर पल सुमिरन कर,
प्रेम बांटकर,संतुष्टि से जीना है,जिंदगी|
खुद मिटकर भी, किसी के काम आना है,जिंदगी
किसी रोते को हँसाना है,जिंदगी
किसी भूखे को भरपेट खिलाना है,जिंदगी
किसी प्यासे की प्यास बुझाना है,जिंदगी
किसी व्यथित के आंसू पोंछना है,जिंदगी
किसी के जीवन में खुशियों के फूल खिलाना है,जिंदगी
किसी की आत्मा न दुखाना है,जिंदगी
प्रभु का नाम हर पल सुमिरन कर,
प्रेम बांटकर,संतुष्टि से जीना है,जिंदगी|