उलझे-उलझे रहतें हैं,
कुछ रिश्ते,
कभी सुलझते नहीं,
तनहा-तनहा से रहते है,
कुछ लोग,
कभी घुलते-मिलते नहीं,
उदास-उदास रहतें है,
कुछ चेहरे,
मुस्कुराहटों से नाता जोड़ते नहीं,बस
प्यार ही प्यार,बांटते हैं कुछ लोग,
उस प्रभु,का स्मरण हरदम करतें हैं जो|
"MY IMAGINATION WILL GO FAR AND WIDE FROM ONE TIDE TO ANOTHER TIDE"
New Delhi |