वक़्त कहता है बार-बार ,
सुखी रहने के लिए करो मेरी कदर,
क्या ठिकाना मेरा,आज तुम्हारे साथ हूँ,
कल छोड़ चला जाऊंगा,कहीं और
फिर खोजोगे मुझे,कहीं न मिलेगी मेरी ठौर,
मिट जाएंगें सभी अँधेरे,साथ रहा जो मैं तेरे,
हाथ थामे रहो मेरा,जिंदगी के सफ़र में,
वक़्त कहता है बार-बार.......