About Ritu Jain!

New Delhi, India
I am Ritu Jain,48 years and happily married . I live in Delhi. A Housewife who is a Psychology Hons. Graduate and wants to bring cheer and smile to every person who does not have one.Being creative is my lifeline. I am very happy today that I have launched my own Blog, to share my poems,thoughts,experiences and various colors in my life.

Friday, December 11, 2009

दोस्ती सच्ची हो गर,तो
वरदान बनकर जीवन संवारती है,
दोस्ती,इंसान की पहचान बनकर,
उसे न जाने कितनी मुश्किलों से उबारती है,
सच्चे दोस्त तो,दिल की गहराइयों में उतरकर,
दर्द सभी,मिटाने का दम रखते हैं,
वो तो जीवन में,अनमोल हीरे-मोतियों की तरह 
झिलमिलाकर,रोशन दिल का गुलशन करते हैं|



Sometimes pleasant memories of the past,give strength to face the present.
विपत्ति में भी जिसकी बुद्धि कार्यरत रहती है,वही धीर है|

आदमी को अपने को धोखा देने की शक्ति दूसरों को धोखा देने की शक्ति से कहीं अधिक है|इस बात का प्रत्यक्ष प्रमाण हरेक समझदार व्यक्ति है|

 
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