दोस्ती सच्ची हो गर,तो
वरदान बनकर जीवन संवारती है,
दोस्ती,इंसान की पहचान बनकर,
उसे न जाने कितनी मुश्किलों से उबारती है,
सच्चे दोस्त तो,दिल की गहराइयों में उतरकर,
दर्द सभी,मिटाने का दम रखते हैं,
वो तो जीवन में,अनमोल हीरे-मोतियों की तरह
झिलमिलाकर,रोशन दिल का गुलशन करते हैं|
3 comments:
बढ़िया
commendable thoughts in a very simple manner, very appreciative, keep it up, it soothens ones life and memory.
commendable thoughts in a very simple manner, very appreciative, keep it up, it soothens ones life and memory.
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