तन्हाई में अक्सर तुम बहुत याद आते हो,
तन्हाई में ख्यालों में तुम तूफ़ान उठाते हो,
मुझे तुम बिन सब तरफ़ अँधेरा दिखता है
दूर -दूर तक तुम्हारे सिवा कोई नहीं जंचता है।
तन्हाई में ख्यालों में तुम तूफ़ान उठाते हो,
मुझे तुम बिन सब तरफ़ अँधेरा दिखता है
दूर -दूर तक तुम्हारे सिवा कोई नहीं जंचता है।