कभी-कभी नुकीले पत्थरों से भी ज्यादा,
चोट पहुंचाते है,रिश्ते दिल को,
कभी-कभी दर्द से लहूलुहान कर जातें है,
ये रिश्ते दिल को,
विरले ही होतें हैं,सुकून पहुँचातें हैं,
रिश्ते,जिनके दिल को,
दूर रहें,तभी भले लगते हैं,
ये रिश्तें दिल को,
पास आते ही,उजालों से
अंधेरों में ले जातें हैं,दिल को|