कैसा बीता उसका बचपन,
बिन माँ-बाप के प्यार के,
कैसे बीता उसका हरपल,
बिन माँ-बाप के दुलार के,
मिला न बाप का कंधा रोने को,
मिला न माँ का आँचल सोने को,
किन कर्मों की मिली इतनी कठोर सजा,
न जीवन में रहो कोई ख़ुशी,न कोई मजा,
कैसे बीतेगा उसका यौवन,बिन माँ-बापके प्यार के......