आए भी अकेले थे,
और अकेले ही जाना है,
न कुछ साथ लाए थे,
न ही कुछ साथ लेकर जाना है,
न जाने कितनी डोर बंधती गई,
रिश्ते-नातों की,
कुछ आशाएं,कुछ उम्मीदें,कुछ एहसासों की,
ये जीवन है,माला कुछ गिनी हुई साँसों की|
"MY IMAGINATION WILL GO FAR AND WIDE FROM ONE TIDE TO ANOTHER TIDE"
New Delhi |