हैं तुमसे दूर,तो क्या हुआ
दिल तो तुम्हारे ही पास है,
हमारा,
हमेशा,ऐसा लगता है,कहीं
से निकलकर आओगे,औरथाम लोगे हाथ
हमारा,
खुशबू की तरह,महकाकर जाती है,
हर याद तुम्हारी,और प्रफ्फुलित कर जाती है,
तन-मन हमारा,
क्योंकि,वो आप ही तो हैं,
जिसने हमारा जीवन है,संवारा|