सड़क पर मरने को,
उम्रभर तड़पने को,
क्यों छोड़ दिया,उस नन्ही सी जान को,
क्या कोई ऐसी खता थी,
क्या कोई ऐसा था कुसूर,
जो काबिले-माफ़ी न था,
ऐ ऊपरवाले,उस के न थमनेवाले आंसू क्या कम थे,
या, उस बदकिस्मत की किस्मत में लिखे और भी गम थे|
"MY IMAGINATION WILL GO FAR AND WIDE FROM ONE TIDE TO ANOTHER TIDE"
New Delhi |