किसी को कैसे दिखाऊ,
दुःख अपना,
उसकें चले जाने से,
जो टूटा सपना,
निर्मोही की तरह छोड़ गया,
रिश्ते-नाते सब तोड़ गया,
खेल-तमाशे सब खत्म हो गए,
रह गयी,बस यादें उसकी,
रुलाती हैं,सताती हैं,
वो अनकही बातें,
जो मुझसे करती थी,आँखें उसकी|
दुःख अपना,
उसकें चले जाने से,
जो टूटा सपना,
निर्मोही की तरह छोड़ गया,
रिश्ते-नाते सब तोड़ गया,
खेल-तमाशे सब खत्म हो गए,
रह गयी,बस यादें उसकी,
रुलाती हैं,सताती हैं,
वो अनकही बातें,
जो मुझसे करती थी,आँखें उसकी|