About Ritu Jain!

New Delhi, India
I am Ritu Jain,48 years and happily married . I live in Delhi. A Housewife who is a Psychology Hons. Graduate and wants to bring cheer and smile to every person who does not have one.Being creative is my lifeline. I am very happy today that I have launched my own Blog, to share my poems,thoughts,experiences and various colors in my life.

Thursday, April 23, 2009

Be not afraid of life,believe that life is worth living,and your belief will create the fact.
There is nothing permanent expect change.
बांटने से कभी कम नहीं होता प्यार,
काश ,मिलतीं कहीं खुशियाँ उधार,
सींचना पड़ता है,उन्हें भीतर से अपने ,
दूर होने लगते हैं,संगी साथी सभी,
हम बेवजह रहने लगते हैं उदास,जब
अपना साया भी साथ छोड़ने लगता है तब,
यदि दूर करने चाहो,तुम अपने गम,
सदा हँसते-हंसाते रहो,
ज़िन्दगी तुम्हारी बन जाएगी एक सरगम।
मुस्कराहट लबों पर आती है ,पर अक्सर रुला के जाती है,
दिल के पास से ,जब भी तेरी यादों की हवा गुजर जाती,है
हर पल सोचती हूँ ,क्या करूँ ,कैसे याद आऊँ तुझे,
ज़िन्दगी की राह में, चले दोनों साथ थे ,
तुम्हे मंजिल मिल गई,रह गई मैं बीच राह में।

तमन्ना है इस दिल की, मरने से पहले कुछ कर जाएं हम ,
जीते जी कोई याद हमे करे न करे ,लेकिन चाहत है बस इतनी,
कोई दो आंसू तो बहाए कब्र पर हमारी ,जब भी निकले हमारा दम ।

We first make our habits,and then our habits make us.
Happiness does not depend upon , who you are or what you have,it depends solely upon what you think.
We judge ourselves by what we feel capable of doing,while others judge us by what we have already done.
 
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