Happy New Year!
About Ritu Jain!
- Ritu Jain " Mystic Colors Of Life"
- New Delhi, India
- I am Ritu Jain,48 years and happily married . I live in Delhi. A Housewife who is a Psychology Hons. Graduate and wants to bring cheer and smile to every person who does not have one.Being creative is my lifeline. I am very happy today that I have launched my own Blog, to share my poems,thoughts,experiences and various colors in my life.
Thursday, December 31, 2009
Wednesday, December 30, 2009
Tuesday, December 29, 2009
Monday, December 28, 2009
Sunday, December 27, 2009
Saturday, December 26, 2009
Friday, December 25, 2009
Thursday, December 24, 2009
Wednesday, December 23, 2009
Tuesday, December 22, 2009
Monday, December 21, 2009
Sunday, December 20, 2009
सूर्य भर लाता है,बहुत सा उजाला अपनी झोली में,
अन्धकार को मिटाने केलिए,
हवाएं भर लाती हैं,ताजगी के झोंके अपने दामन में,
सुस्ती और आलस्य मिटाने केलिए,
सुंदर पेड़-पौधे और फूल,अपने रंग-रूप और खुशबू से,
कोशिश बेजोड़ करते हैं ,धरती से कुरूपता मिटाने की,
ये धरती,स्वर्ग से भी सुंदर हो जाए ,यदि हम सब
सच्चे मन से प्रण करें,अपने अवगुणों को मिटाने की|
Saturday, December 19, 2009
Friday, December 18, 2009
Thursday, December 17, 2009
काश वो अनमोल मोतियों से लम्हे ,
बटोरकर संजोकर,सहेजकर रख पाते,
छुपाकर दुनियावालों से,अपने पास कहीं,
तुम्हारा फूलों की तरह,हँसना-मुस्कुराना,
तुम्हारी आँखों में हरदम रहती थी तारों की झिलमिलाहट,
न जाने कैसे हो जाती थी,हमें तुम्हारे आने की आहट,
तुम्हारी साँसे बहुत कुछ कह जातीं थी,
साँसों से हमारी,
कोई भी राज़ दिल में न रहने दिया,
आँखों ने हमारी|
Wednesday, December 16, 2009
Tuesday, December 15, 2009
Monday, December 14, 2009
Sunday, December 13, 2009
Saturday, December 12, 2009
जीना आया किसे यहाँ,
कोई रोता रहा उम्रभर,तो कोई रुलाता रहा,
कोई प्यार को तरसता रहा उम्रभर,
तो कोई लुटाता रहा उसे सबपर,
कोई रहा सागर में रहकर भी,प्यासा रहा,
कोई अपने ही गम में डूबा रहा,
तो कोई दूसरों के कष्टों को दूर करने में लगा रहा,
किसी को जीना सीखकर भी जीना नहीं आया,
तो कोई दूसरों को जीना सिखाता रहा उम्रभर|
कोई रोता रहा उम्रभर,तो कोई रुलाता रहा,
कोई प्यार को तरसता रहा उम्रभर,
तो कोई लुटाता रहा उसे सबपर,
कोई रहा सागर में रहकर भी,प्यासा रहा,
कोई अपने ही गम में डूबा रहा,
तो कोई दूसरों के कष्टों को दूर करने में लगा रहा,
किसी को जीना सीखकर भी जीना नहीं आया,
तो कोई दूसरों को जीना सिखाता रहा उम्रभर|
Friday, December 11, 2009
Thursday, December 10, 2009
प्रयत्न करते रहो,
सदा दूसरों के काम आने की,
सदा प्रेम की भावना फैलाने की,
किसी का दर्द को कम करने की,
सन्मार्ग पर चलने के निरंतर प्रयत्न करने की,
दूसरों की बुराइयां देखने से पहले,
खुद की बुराइयां देखने और दूर करने की,
अपना प्यार देकर,दूसरों का प्यार पाने की,
मीठी वाणी बोलकर,दूसरों का कष्ट दूर करने की,
खुशियाँ बांटकर,औरों में,सदा खुश रहने की|
Wednesday, December 9, 2009
Tuesday, December 8, 2009
Monday, December 7, 2009
Sunday, December 6, 2009
Saturday, December 5, 2009
Friday, December 4, 2009
Thursday, December 3, 2009
Wednesday, December 2, 2009
Tuesday, December 1, 2009
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