मीठी तान बांसुरी के जैसी
लगने लगेगी जिंदगी,
उसे प्रेम से बजाकर तो देखो,
सरगम के सुर सुनाई देंगे,
सुर दिल के दिल से मिलकर तो देखो,
इन्द्रधनुष के सप्त-रंग सा रंगीन होगा जीवन,
सुख-दुःख की धूप-छाँव को प्रभु का प्रसाद मानकर देखो|
"MY IMAGINATION WILL GO FAR AND WIDE FROM ONE TIDE TO ANOTHER TIDE"
New Delhi |
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