सूर्य भर लाता है,बहुत सा उजाला अपनी झोली में,
अन्धकार को मिटाने केलिए,
हवाएं भर लाती हैं,ताजगी के झोंके अपने दामन में,
सुस्ती और आलस्य मिटाने केलिए,
सुंदर पेड़-पौधे और फूल,अपने रंग-रूप और खुशबू से,
कोशिश बेजोड़ करते हैं ,धरती से कुरूपता मिटाने की,
ये धरती,स्वर्ग से भी सुंदर हो जाए ,यदि हम सब
सच्चे मन से प्रण करें,अपने अवगुणों को मिटाने की|
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