About Ritu Jain!

New Delhi, India
I am Ritu Jain,48 years and happily married . I live in Delhi. A Housewife who is a Psychology Hons. Graduate and wants to bring cheer and smile to every person who does not have one.Being creative is my lifeline. I am very happy today that I have launched my own Blog, to share my poems,thoughts,experiences and various colors in my life.

Thursday, April 30, 2009

Trust is the single most factor,in both personal and professional life.
Nothing can bring you peace,but yourself.
तुम्हारे सिवा हमें और कोई जंचता नहीं,
कोई दिन तुम्हे याद किए बिना गुजरता नहीं,
दिल तुम्हारा कठोर है कितना ,
जो हमारे लिए कभी तरसता नहीं।

Wednesday, April 29, 2009

आँसू बन कर ,बहने लगती हैं
हमारी भावनाएं कभी-कभी ,
ज़्यादा खुश होने पर ,
आँखें छलकने लगती हैं कभी-कभी,
तुम्हारे इंतज़ार में हर घड़ी बोझिल ,
सी लगने लगती है कभी-कभी ,
हर तमन्ना पूरी हो जाए ,यदि
पुकार लो हमे तुम कभी कभी|
वक्त का पहिया चलता है, बिना रुके अविरल ,
इंसान को चाहिए ,हंस कर गुज़ारे जीवन के पल,
शिशु के रूप में जन्म लेता है हर इंसान ,
भागता रहता है ,तृष्णाओं के पीछे ,
बुदापे तक होके परेशान ,
मन को बेचैन करने से कुछ न होगा हासिल,
हर परिस्थिति में खुश रहकर,
अपने जीवन को बना लो जीने के काबिल।

Tuesday, April 28, 2009

हे भगवान,जहाँ भी जाती हूँ मैं,
आपको पहले से मौजूद पाती हूँ मैं,
खुशी का मेरी ,आपसे गहरा होता जा रहा है वास्ता अब ,
आपसे प्यार और लगाव ,ही
इस भवसागर से मोक्ष पाने का एकमात्र रास्ता है अब।
प्यार हमें दे न सको अपना ,कोई गिला नहीं हमें,
यही चाहते हैं बस,तुम भूल न जाने कभी हमें ,
अपने दिल के किसी कोने में जगह देकर हमें,
कभी-कभी मुस्कुराने की वजह जरूर देना हमे।

Sunday, April 26, 2009

SMALL VICTORIES LEAD TO BIG VICTORIES.
TIME SLIPS THROUGH OUR HANDS LIKE GRAINS OF SAND,NEVER TO RETURN.THOSE WHO USE TIME WISELY,ARE REWARDED WITH RICH, PRODUCTIVE AND SATISFYING LIVES.
प्यार देने से ही,मिलता है प्यार ज़माने में ,
सच्चाई जिसकी,
परखनी पड़ती है,दिल के पैमाने में,
प्यार अपनों का,
कभी-कभी महका देता है तन-मन को,
और कभी छलनी कर जाता मन को,
हम रह जाते हैं,कभी- कभी प्यासे सागर में रहकर
खिल उठता है मन किसी के प्यार की छाँव में रहकर ,
रोने लगता है कभी-कभी ये भावनाओं में बहकर। ,

Saturday, April 25, 2009

प्रकृति के हैं रूप अनेक,
जल झरनों ,तालाबों का करता है जीवन संचार,
उफान आने पर,यही मचा देता है हाहाकार,
हवा,हौले-हौले बह कर देती है सुकून,
कभी आंधी बनकर,छीन लेती सुकून, वैसे ही
सज्जन इंसान करता है सबका कल्याण,
लेकिन कभी -कभी वह बन जाता है,शैतान
दरिंदा ,बनकर उजाड़ देता है कई आशिआं ।
A day without love and laughter , is a day without life.
Never set a goal without attaching a timeline to it.
कभी बाँध कर नहीं रख पाओगे ,मेरे मन को तुम,
लाख पहरे बिठाने की कोशिश करते रहो तुम,
रोक न सकेगी ,इसे कोई भी दरो-दीवार ,
प्रयत्न करके देखलो चाहे तुम हज़ार,
हवा के झोंके की निकल जायेगा ,बिन देखे रात या दिन ,
सीमा लांघकर कोई भी ,जा सकता है किसी ओर ,
अंतहीन है इसकी उड़ान ,जिसका नहीं कोई छोर ।

Friday, April 24, 2009

Live as if ,you will die tomorrow;Learn as if ,you will live forever.

Thursday, April 23, 2009

Be not afraid of life,believe that life is worth living,and your belief will create the fact.
There is nothing permanent expect change.
बांटने से कभी कम नहीं होता प्यार,
काश ,मिलतीं कहीं खुशियाँ उधार,
सींचना पड़ता है,उन्हें भीतर से अपने ,
दूर होने लगते हैं,संगी साथी सभी,
हम बेवजह रहने लगते हैं उदास,जब
अपना साया भी साथ छोड़ने लगता है तब,
यदि दूर करने चाहो,तुम अपने गम,
सदा हँसते-हंसाते रहो,
ज़िन्दगी तुम्हारी बन जाएगी एक सरगम।
मुस्कराहट लबों पर आती है ,पर अक्सर रुला के जाती है,
दिल के पास से ,जब भी तेरी यादों की हवा गुजर जाती,है
हर पल सोचती हूँ ,क्या करूँ ,कैसे याद आऊँ तुझे,
ज़िन्दगी की राह में, चले दोनों साथ थे ,
तुम्हे मंजिल मिल गई,रह गई मैं बीच राह में।

तमन्ना है इस दिल की, मरने से पहले कुछ कर जाएं हम ,
जीते जी कोई याद हमे करे न करे ,लेकिन चाहत है बस इतनी,
कोई दो आंसू तो बहाए कब्र पर हमारी ,जब भी निकले हमारा दम ।

We first make our habits,and then our habits make us.
Happiness does not depend upon , who you are or what you have,it depends solely upon what you think.
We judge ourselves by what we feel capable of doing,while others judge us by what we have already done.

Wednesday, April 22, 2009

समझ के भी न समझे ,कभी हम तुम्हे,
मांगे थे तुमसे ,प्यार के दो लम्हे ,
मुस्कुराहटें बांटी है ,सदा,
चाहतों ने हमारी ,
तुम्हारी बेरुखी ने कभी ,
हमारी हसरतों के फूल न खिलने दिए,
दिल की बगिया में हमारी।

Tuesday, April 21, 2009

See opportunity in difficulty and not difficulty in opportunity.
Every unpleasant experience is a package which hides a wealth of wisdom and strength.
ठान ले मन में ,गर ,तो क्या नहीं कर सकता इंसान
ज़मीन तो क्या ,हौंसलों से अपने वो छू सकता है आसमान
हार को अपनी ,जीत में बदल सकता है वो,
हर शूल को डगर से हटा कर चल सकता है वो,
सूझ -बूझ से वैर को बदल कर प्रेम में ,
इस धरती की शक्ल-सूरत बदल सकता है वो।

Monday, April 20, 2009

किसी न किसी बन्धन ने बाँध रखा है ,हर आदमी को
बचपन से लेकर ,बुढापे तक
जीवन को भी ,और मृत्यु को भी ,
शायद, मरने पर ही छूट पाता है ,
रिश्तों के जाल से, मुक्त हो पाता है,
जीवन के जंजाल से ।
नियम पूर्वक चलता चक्र प्रकृति का,
आती बदल -बदल कर ऋतुएं सारी ,
सूरज और चाँद भी छुप जाते ,
खेलकर अपनी -अपनी पारी ,
दिन के शुरू होने पर ,करने लगते सब काम ,
रात होने पर ,सो जाती ये दुनिया सारी ।

Sunday, April 19, 2009

There is no substitute for hardwork.
Sometimes a smile can be like a drop of water in a desert.
To love abundantly,is to live abundantly
And to love forever,is to live forever.

Saturday, April 18, 2009

कहने को तो ,जीवन सुख-दुःख का मेला है ,
पर हर इंसान यहाँ बिल्कुल अकेला है ,
सब गिले शिकवे करने वालों से दूर भागते हैं
इस लिए हम हँसते रहे ,और सबको हँसाना चाहा ,
दोस्त ,तेरी मुहब्बत के सिवा हमने कुछ न पाना चाहा ।
प्रभु ,आपने मुझे जो भी दिया है ,
मैंने उसे प्रसन्न होकर स्वीकार किया है ,
आप तो सदा कृपा बरसाते रहे अपनी,
मैं ही अज्ञानी हूँ ,जो हरक्षण भूल जाती हूँ ,
क्षणभंगुर जीवन कहानी अपनी ।
छोटी सी तकलीफ से मन हो जाता है व्यथित ,
हरि कृपा मानकर ,
सुखों की तरह तुम ,सदा दुखों का भी करो स्वगत ।
Excellent Actions-
To gladden the heart of a human being,to feed the hungry,to help the afflicted,to lighten the sorrow of the sorrowful and to remove the wrongs of the injured.
When you run so fast to get somewhere
You miss half the fun of getting there.
When you worry and hurry through your day,
It is like an unopened gift....thrown away.
Do take it slower,hear the music,
Before the song is over.

Friday, April 17, 2009

हर कोई ढूंढता है,जीने के लिए सहारे ,
जियोगे क्या ,यदि तुम ख़ुद से हारे ,
लगन ,धैर्य ,और ख़ुद पर विश्वास से ,
ढूँढनी होगी ,जीवन में कोई दिशा ,
नहीं तो ,
करते रहोगे सदा दूसरों से गिला । ।

मन चंचल है,शीघ्र ही होने लगता है विकल,
दंग रह जाती हूँ ,मैं देख कर इसकी उमंग ,
शुक्र है,डोर है दीनानाथ के हाथ में ,
इस पतंग रुपी जीवन की ,
क्या हाल होता मेरा यदि,तुम न होते साथ में ।
काम शुरू करनेवाला हर व्यक्ति विजेता होता है ।
If our thoughts are pure,if our aspirations are high,we become beautiful within.

Thursday, April 16, 2009

Life is not measured by the number of breaths we take,but by the moments that take our breath away.
याद कभी तो आती होगी मेरी ,तुम्हे
कभी तो पुकारते होंगें साथ बिताये हुए लम्हे
एक मीठी सी कसक,बादल जगाता होगा कड़क कर ,
गुदगुदी सी कर जाती होगी ,ठंडी हवा तुम्हे छूकर
याद कभी तो .......
दिल की धडकनों में तुम,
मेरे हर ख्वाब में तुम,
ज़िन्दगी की हर ख्वाइश में तुम ,
आसमान के तारे ,की तरह
दूर बहुत दूर हो तुम,फिर भी
दिल के बहुत करीब हो तुम।
गैरों के लिए,अपनों को छोड़ देते हैं कुछ लोग ,
आशिआना अपना बनाने को ,
घर किसी और का तोड़ देते हैं कुछ लोग ,
प्यार किसी का पाने को ,
दिल किसी और का तोड़ देते हैं कुछ लोग ,
आंसू भरकर ,आंखों में किसी की ,खुशियाँ ,
अपने जीवन में ढूँढ़ते हैं ,कुछ लोग।
पीड़ा देकर दूसरों को ,मिलती है केवल पीड़ा
न जाने क्यो नहीं ,समझना चाहते कुछ लोग, ,

हे प्रभु,कभी-कभी रोने लगती हूँमैं ,याद करके तुझे,
देखकर दुनियावालों के रंग,हाथ जोड़कर ,
सदबुद्धि देने को उन्हें,फरियाद करने लगती हूँ मैं ।

Wednesday, April 15, 2009

बचपन में कहानियाँ सुनकर ,नींद बहुत प्यारी
आती थी ,
कभी परियों की,तो कभी राक्षसों और जानवरों की,
अब तो बदल चुका है ,सब कुछ,
लुप्त हो गई परियां ,नाच रहे सब ओर, राक्षस और जानवर,
बेबस हो गया ,है जन मानस
सहमे सहमे से है कदम,अपराध का है बोलबाला हर तरफ़
Father we thank thee,for the night,
and for pleasant morning light,
for rest and food ,and loving care,
and all that
makes ,theday so fair.
It is not by running away from the world that you will change it.It is by working there,modestly,humbly but with a fire in the heart,something that burns like an offering.
You can never give a good advice to anyone unless you are able to give it to yourself first,and to follow it.

Tuesday, April 14, 2009

Poverty and illetracy are two great sins of Indian society.
There is a distinction between thinking and worrying.Thinking is essential;worrying is unnecessary.
जीवन का प्रत्येक दिन उत्सव मान कर जियो ,सच्चा सुख प्राप्त होगा ।
प्रभु न दंड किसी को देता है ,
प्रभु न माफ़ किसी को करता है,
वह तो कर्म फल तराजू में तौलकर ,
बस इन्साफ करता है ।
आशा और उम्मीद का दामन तुम न छोड़ना कभी , दिल किसी का तुम न तोड़ना कभी ,
भूल कर अपने दुःख दर्द सभी , किसी के काम आ सको , तो आ कर देखना कभी।
ज़िन्दगी की डगर पर आसान नही चलना ,तुम बिन,

मेरे सपनो का मुमकिन नहीं हकीक़त में बदलना ,तुम बिन ,

क्या करू कुछ नहीं सूझता ,तुम बिन,

यह दिन , यह रैन कटते है ,तुम बिन

Monday, April 13, 2009

आँखें बरसती है, दिल तरसता है, तुझसे मिलने को
क्यों छोड़ गया तू ,पल पल इंतज़ार करने को ,
ज़िन्दगी की डगर पर चलना कठिन है बहुत,
तुम बिन ...............
मेरे देखे हुए ख्वाब कभी हकीक़त न बन पायेंगे,
तुम बिन !!!!
There are two kinds of people in this world....
Givers and Takers;
The Takers eat well....
but the Givers sleep well.
What we have is a gift from him.What we do with what we have is our gift to Him.
Be openly happy in the joy of others.Be sincerely sympathetic in others sorrow.This is true joy.
Crystals,carpets and chandeliers make a nice house but only the smiles on the faces of the residents make it a home.
मकड़ी ज़ाल बुनकर,प्रेरणा हमें देती है ,
संघर्ष करने की
ईंट एक एक मेहनत की रखकर जीवन में,
आगे बढ़ने की
इंसान को चाहिए बिना हिम्मत हारे कोशिश करे,
सदा खुश रहने की।
There is nothing either good or bad but thinking makes it so.
भगवान को दिल,से मानकर चलो
उसकी शक्ति को पहचानकर चलो
बाधाएं दूर होगीं ख़ुद जीवन की
जी सकोगे तुम,सिर उठाकर शान से.

Sunday, April 12, 2009

बेरहम वक़्त का मज़ाक तो देखो,
हम अपने जज़्बात दबा पाये,
ही हम आपसे कुछ कह पाए,
रेत की तरह फिसलते हुए हर लम्हे ,को चुपचाप
लब सीकर देखते रहे,और ज़ार ज़ार रोते रहे.
स्वागत करो बाहें फैलाकर हर नई सुबह का ,
स्वागत करो बाहें फैलाकर हर नए मौसम का ,
स्वगत करो,पंछियों और बहारों का,
स्वगत करो,सूरज ,चाँद ,तारों का.
दीप खुशियों के यूहीं जलाते रहना तुम,
मुस्कराहट अपनी यूहीं लुटातें रहना तुम,
हमसे दूर रहो ,या पास हमारे रहो तुम
हृदय में हर किसी के यूहीं फूल खिलाते रहना तुम.
Anyone can become angry-that is very easy,but to be angry with the right person,to the right degree,at the right time,for the right purpose,and in the right way is not easy.
ज़िन्दगी उम्र का दौर ही सही,
ज़िन्दगी रिश्तों का जाल ही सही,सच तो यह है
ज़िन्दगी कागज़ कि एक नाव है, जाने कब बह जाए
जिंदगी का क्या भरोसा,
यह एक पल हंसाये,तो एक पल रुलाए .
Teacher;Tarun you have failed in English.
Tarun;How me failed?? unpossible.!!
सुख-दुःख के घुंघरू तो जीवन में बजते ही रहेंगे ,
हर परिस्थिति ,में शांत रहकर ही हम निकल
पाएँगे अपनी मुश्किलों से ,
दूर होंगी उलझने मन की,
फुहारें बरसेंगी ,महक उठेगा जग सारा सुंदरफूलों
की खुशबू से

Saturday, April 11, 2009

Laughing is medicine for the soul .
ईंट पत्थर के सब मंदिरों के ऊपर हृदय का मंदिर है |
मनुष्य का व्यवहार वह दर्पण है जिसमे उसका मन दिखाई देता है|
A friend adds humor,fascination and beauty to life.
A strong disciplined mind,which anyone can cultivate through daily practice,can achieve miracles.
लगता है,भीगी पलकें तुम्हारी...
हमसे बहुत कुछ कहना चाहती हैं,
शायद, संग हमारे दिल का तराना गा कर ,
तन्हाई अपनी दूर करना चाहती हैं.
कर्मों के फल,से बच सका है कोई,
लाख बुने मन में कपट जाल कोई,
कोई भी चतुराई काम आती है,
जब लाठी प्रभु की पढ़ जाती है,
जितनी शीघ्र हम उस परम शक्ति को पहचान लें ,
हरी की इच्छा को को जान लें ,
ये संसार तो रैन बसेरा है.
यहाँ कुछ नहीं मेरा है,यदि ,
हम दूसरों से पहले अपनी सुध लें
हर ले को अपने संवार लें,
प्रण कर ले यदि हम अपने मन में
बेफिक्र हो जी सकेंगे हर जनम में|

Friday, April 10, 2009

ऐतबार तुम पर,ख़ुद से भी ज़्यादा कर बैठे,
हम समझे हम तुम्हारे प्रेम में क्या कर बैठे
खो कर अपने दिल का सुकून ,
हम तो जैसे दीवाने बन बैठे |
Prayer is one of the ways by which you can cultivate greater inner strength.
हर फूल को जैसे एक दिन मुरझा जाना है,
हर इंसान को जैसे दुनिया छोड़कर जाना है,
हर चिंगारी को एक दिन राख बन जाना है,
सुन ज़रा,ऐ खुदा के बन्दे,लाया क्या था साथ
जो तुम्हे
यहाँ से साथ लेकर जाना है |
पतझड़ ने प्रकृति को एक नया रूप दिया है,
पेड़ और पौधों को एक नया स्वरुप दिया है,
कहने को तो पतझड़ है ,पर, हर ओर
हरा -भरा सुन्दरता से भरा सावन सा कर दिया है.

Thursday, April 9, 2009

पल...|


बीत गए जो पल, हम याद करके उन्हें अक्सर होते हैं विकल,
कभी आशंकित होने लगते हैं, सोचकर आने वाले पल,
ज़िन्दगी सार्थक हो जाए हमारी , यदि हम जी सकें
आज के पल......
चिंता में डूबकर बीते हुए पलों की,
हम खो दें अपने वर्त्तमान पल....|
वृद्ध व्यक्ति जो झुक कर चलता है,
वह धरती में क्या खोजता चलता है?
उसका जो यौवन रुपी रत्न गया है,
उसे ही खोजता है,
की शायद धरती पर गिरा हुआ हो|
कांच का कटोरा , नेत्रों का जल , मोती और मन,
यह एक बार टूटने पर, पहले जैसे नही रहते.
अतः पहले ही सावधानी बरतनी चाहिए|
रफ्तार थम जाए ज़िन्दगी की,
डोर कसकर थामे रखो ,अपने मन के रथ की,
आश्रित होकर दूसरों पर,
व्यथित होने दो मन को ,
दुनिया का केवल हँसना ही काम है,
जीवन अपना सौंपकर उस प्रभु को एक बार ,
फ़िर सोचो क्या अंजाम है|

Try this cocktail ...;Humanity,Humility,Wit,Generosity and above all,Gratitude... this is our most direct line to God and the angels.
Our life may be long or it may be short,but it surely would be an absolute waste ,if we have failed to befriend happiness.

Wednesday, April 8, 2009

शूल से लगते हैं ये पलछिन् तुम्हारे बिना,
जैसे हर खुशी अधूरी सी है तुम्हारे बिना,
तन्हाइयों से भरा है जीवन तुम्हारे बिना,
सागर की लहरें भी उदास सी हैं तुम्हारे बिना,
मेरे कदम उठते हैं चलते है तुम्हारे बिना|
पंछियों का हौंसला होता है बुलंद,
वे हिम्मत रखते हैं टकराने की ,
किसी भी तूफ़ान से,
पंछियों का गहरा नाता होता है आसमां से,
पंछी आते हैं दूर गगन से,
पंछी छिप जाते हैं दूर गगन में|
Speech is silver,but Silence is golden.

Tuesday, April 7, 2009

12 Simple Things You Can Do To Reduce Your Carbon Footprint

  1. Turn it off

    Turn off lights, televisions, videos, stereos and computers when not in use - they can use 10 to 40% of the power when on standby. Also, unplug chargers as soon as they have finished charging.

  2. Be exact

    Fill the kettle with only as much water as you need.

  3. Close it

    Don't leave fridge doors open for longer than necessary.

  4. Check your tires

    Properly inflated tires can improve your car’s fuel efficiency.

  5. Use no plastic

    Use cloth bags when going shopping and avoid buying products which use too much plastic.

  6. Fan up

    Instead of using air conditioners in the summer, wear cool clothes, and use a fan.

  7. Drive less

    Do your weekly errands in a single trip or pay your bills online. Walk, bike, ride the bus or carpool.

  8. Optimize your speed

    You will consume up to 25% less fuel if you drive no more than 90 km/hr.

  9. Drive hybrid

    A hybrid or other fuel-efficient car emits less carbon dioxide. 

  10. Replace them

    Replace your incandescent bulb with a compact fluorescent light bulb (CFL). CFLs cost 3 to 5 times as much but use less than a third of the power. Also, replace old fridge and other appliances with energy-efficient ones.

  11. Watch what you eat

    Choose food produced close to your home.

  12. Recycle

    Consume less, and re-use old products.

Monday, April 6, 2009

There is nothing,which gives you a joy equal to that of gratitude.One hears a bird sing,sees a lovely flower,looks at a little child,observes an act of generosity,reads a beautiful sentence,looks at the setting sun,no matter what,suddenly this comes upon you,that the manifests the divine,that there is something behind the world,which is Divine.
He who thinks evil,drives himself to evil.In course of time,he becomes evil.
Many of us, alas stand as beggars before the world asking for a few crumbs of possessions, pleasure,and power.
A simple world,a little act,a tiny thought-filled with love-can take a person out of the darkness of despair,into the light of hope and joy.

Sunday, April 5, 2009

कभी कभी जीवन में कुछ पाने के लिए कुछ खोना पड़ता है,
जैसे कभी कभी हँसते हुए रोना पड़ता है ,
इंसान वोह है जो हर हाल में रहकर प्रसन्न ,
याद करता रहे उस परम शक्ति को,
सत्कर्मो से अपने,
उज्वलित रखे अपनी जीवन ज्योति को|
फासलें और उलझनें बढने लगती हैं,
जब हम अपने दिल की बात कह नही पाते,
रिश्तों के बीच दूरियां बढने लगती है,
जब हम चुप नही रह पाते,
दिलों को दिल से मिलाकर ही,
बीच की दीवारें हटाकर ही,
दूर कर पायेंगे वोह दूरियां,
जो जाती है दर्मियां |
चारों दिशाओं में बजने लगती हैं घंटियाँ ,
जब तुमाहरे आने कि हवा लाती है ख़बर
खुशबू से महक उठता है उपवन हर वक्त
तुम्हे ढूढती है मेरी बेचैन नज़र जाओ ,ऐसा न हो कि
ख़त्म हो जाए ज़िन्दगी का सफर.

Don't view problems negatively.Look upon them as training grounds.When you face a problem,turn your attention to solutions.Be the source of a solution to the problem rather than become its victim.
पायल की रुनझुन तुम्हारी ,
करती है मन प्रफ्फुलित मन मेरा
तेरे आने से महक उठता है
घर-आँगन मेरा.

Saturday, April 4, 2009

The only thing standing between most people and thier dreams is fear of failure.
What lies behind you and what lies in front of you, matters little, when, compared to what lies within you.
Courage gives you the self-control to persist where others have failed.Ultimately,the degree of courage you live with determines the amount of fulfillment you recieve.

Friday, April 3, 2009

When you form the habit of searching for the positive in every circumstance,your life will move into its highest dimensions.
People who study others are wise but those who study themselves are enlightened.



सावन का पहला बादल जगाता है नए अरमान ,
आशाओं की बहुत ऊंची है उड़ान,
सागर की लहरें बदलती है करवटें हर पल,
हर लम्हां जीना चाहता है मेरा कौतूहल |
A good friend is one, who can understand,can heal, and who is always there when you need him .When y0u call him sincerely, he is always there to guide and uphold you and to love you in a true way.



भिखारिन !!
कैसी दुखदाई रही होगी ,उसकी ज़िन्दगी,
दुखों की एक अनकही दास्ताँ है उसकी ज़िन्दगी,
डगर डगर भटकने को मजबूर है उसकी ज़िन्दगी,
बेबसी और तन्हाई से लिपटी उसकी ज़िन्दगी ,
जैसे मरने का इंतज़ार कर रही हो उसकी ज़िन्दगी|




My Past Year's Experience in these very Days!!

Day 7 : 3rd April ,2008 Place : Max Hospital

Last Day in the Hospital:

""A Happy Morning because I am feeling fine.I know only few hours are left in the hospital.After that I will be able to go back to my home...sweet...home.Thank God for taking care of me so well...the Doctors {Angels} have really done their best effort to care me..May God really bless them all...""

You carry with you, around you, in you, the atmosphere created by your actions,and if what you do is beautiful,good and harmonious then your atmosphere is good and harmonious;and vice versa.


Thursday, April 2, 2009

My Past Year's Experience in these very Days!!

Day 6 : 2nd April ,2008 Place : Max Hospital

'' The worst Day spent in the hospital.I had swelling in my right wrist.It was paining like hell.I was always immobile with drip in one hand an swelling in the other.I felt like a handicapped person the whole day.I was not in a position to speak to anyone, so I was feeling very sad and lonely."
जिसे बनाया बड़े यतन से खुदा ने ,वोह माँ है
जो माफ़ कर देती हर खता ,वोह माँ है
माँ से ,जितना प्रेम करो वोह कम है,
समां जाते माँ के आँचल में सब गम है
माँ से दूर कोई कैसे रह सकता है ,
माँ कि आँखों से सिर्फ़ प्रेम बरसता है  ,
जहाँ माँ है वहां मेरा संसार बसता है |
 
Clicky Web Analytics