About Ritu Jain!

New Delhi, India
I am Ritu Jain,48 years and happily married . I live in Delhi. A Housewife who is a Psychology Hons. Graduate and wants to bring cheer and smile to every person who does not have one.Being creative is my lifeline. I am very happy today that I have launched my own Blog, to share my poems,thoughts,experiences and various colors in my life.

Thursday, September 30, 2010

टूटने मत दीजीये,सम्बन्ध 
प्यालों की तरह,
आंच देंगें,सर्द हवाओं में 
दुशालों की तरह,
कांपती लौ की तरह,
जलकर बुझे,बुझकर जले 
वो,जिन्हें तमन्ना थी जलने की
मशालों की तरह|
A soft voice is the sound of peace.

Wednesday, September 29, 2010

Happy Birthday Mom!

Tuesday, September 28, 2010


सूर्य की किरणें लेकर आती हैं,
रोज़ उमीदों का एक नया सवेरा,
सूर्य की किरणें,दूर करती हैं अँधेरा,
हर तरफ,एक नया उल्लास,
नव-जीवन देने वाला प्रभात,
हर कली,फूलबन मुस्कुराने लगती है,
हर नन्ही चिड़िया गाने लगती है,
सुनहरी किरणों का जादू छाने लगता है,
प्रकृति का पत्ता-पत्ता मानो धूप में नहाया सा लगता  है,
सूर्य की किरणें........
Dedication is not what others expect of you,it is what you can give to others.

Monday, September 27, 2010

कभी-कभी अपना साया भी 
साथ देता नहीं,
कभी-कभी प्यार अपनों का,
भी करार देता नहीं,
कभी-कभी अंखियों की नींद,
सुकून देती नहीं,
कभी-कभी सारी नदियों का जल,
प्यास बुझाता नहीं,कभी-कभी 
अज़ीज़ दोस्तों की दोस्ती रास आती नहीं,
अक्सर लोगों को अपने शुभचिंतकों की बात भाती नहीं|
Age is a prison,from which we cannot escape.

Sunday, September 26, 2010


जिंदगी में,
जो पल याद रहतें हैं,
वे यादें बन जातें हैं,
उनमें से कुछ पल खुद मुस्कुराकर,
हमें गुदगुदा  के जातें है,
कुछ बेचैन पल,हमारी बेचैनी 
को और बढ़ातें हैं,
बहुत से पल आँखों में आंसू ले आते हैं,
कुछ पल,इतने हलके होतें हैं,की 
पंछियों की तरह आसमानों में उड़ जातें हैं,
कुछ बोझिल पल,
बेवजह मन का भार बढ़ातें हैं|

Saturday, September 25, 2010

STORY THAT STIRS -THE CRACKED POT

                                            
A water bearer had two large pots , hung on each end of a rod which he carried across his nick. One of the pots had a crack in it , while the other pot was perfect and always delivered a full portion of water at the end of the long walk from the stream to the master's house ; the cracked pot arrived only half full . For a full two years this went on daily, with the bearer delivering only one and a half pots full of water at his master's house. Of course , the perfect pot was proud of its accomplishments , perfect to the en or which it was made.
But the poor cracked pot was ashamed of its own imperfection , that it was abe to accomplish only half of what it had been made to do.
After two years of what it perceived to be a bitter failure , it spoke to the water bearer on day by the stream. 'I am ashamed of myself and I want to apologies to you .' 'Why ?'asked the bearer .'what are you ashamed of?'
'I have been able  for these past two years , to deliver only half my load because of this crack in my side which causes the water to leak out all the way back to your master's house . Because of my flaws , you have to do all of his work and yet don't get full value from your efforts ,' the pot said.
The bearer said to the pot , 'Did you notice that there were flowers only on your side of the path , but not on the other pot's side? That is because I have always known about your flaw , and I took advantage of it. I planted flowers seeds on your side of the path , and every day while we walked back from the stream , you have watered them. For two years I have been able to pick these beautiful flowers to decorate my master's table . Without you being just the way you are  he would not have this beauty to grace his house.'
We are all cracked pots but it is the cracks and laws that we have which makes our lives together so interesting and rewarding . Each person should be accepted for what he is and one should look for the good in him.
Clear misunderstandings as soon as you can,in the house and outside.The longer they stay,the more damage they cause.

Friday, September 24, 2010

इच्छाएँ मन की ऊंची उड़ान हैं,
जीवन कभी धूप,कभी छाँव है,
निराशा,इंसान के मन की थकान है,
प्रेम एक सुखद एहसास है,
इंसान की सच्ची पहचान है,
मौत,एक कड़वी,किन्तु अटल सत्य है,
जिंदगी का दामन छूटने का दूसरा नाम मौत है|

All our dreams can come true,if we have the courage to pursue them.
Humour relieves boredom,eases tension and enlivens the atmosphere.

Thursday, September 23, 2010

सम्हाल के चलो,
तो जिंदगी तुम्हारी है,
दूसरों की भावनाओं को समझो,
तो जिंदगी तुम्हारी है,
आदर जो करो,सबका 
तो जिंदगी तुम्हारी है,
प्यार जो बाँट सको,अपना
तो सार्थक जिंदगी तुम्हारी है|
As we go through life thinking heavy thoughts,thought particles tend to get caught between the ears,causing a condition called truth decay.So be sure to use mental floss twice a day.
Do not be suspicious,critical,or jealous.These vibes are felt by anyone who enters the home.

Wednesday, September 22, 2010

बादलों ने बरस-बरसकर,
मचा दिया है,चारों ओर हाहाकार,
घनघोर वर्षा का ऐसा बरपा है कहर,
हर दिशा से,परेशान लोग कर रहे पुकार,
इंद्रदेवता,के प्रकोप से सब हैं बेहाल,
कृपा करो,दुखियों के दुःख,दूर करो दीनदयाल|
The key to success is to learn to do something right and then to do it right everytime.
You don't choose your family.They are God's gift to you,as  you are to them.

Tuesday, September 21, 2010

There is more hunger for love and appreciation in this world than for bread.
क्यों तरसा है,उसका बचपन,
सदा माँ के प्यार को,
क्यों तरसा है,उसका कोमल मन,
सदा माँ के दुलार को,
न जाने कितने बसंत आए,
और आ कर चले गए,
हर वर्ष,अपनी एक नई परेशानी छोड़ गया,
हर अपना बेगाना,उस नन्ही सी बच्ची का,
निष्पाप सा दिल,बेवजह तोड़ गया,
कोई न जाना उसकी मन की अंतहीन पीड़ा को,
कोई न समझा,उस गरीब के घायल मन की व्यथा को,
क्यों तरसा है,उसका बचपन...........
Peace,like Charity begins at home.
Patience is the best remedy for all troubles.

Monday, September 20, 2010

ऐ दिल,ले चल कहीं दूर,
जहाँ कोई न हो,मजबूर,
ऐ दिल,ले चल वहाँ,
जहाँ हो प्यार की ठंडी छाँव,
कोई न छेड़े,गम के तराने जहाँ,
हर किसी के दिल में,खिलें हो फूल जहाँ,
संतोष,शान्ति,और संयम का डेरा हो,
असंतोष और अशांति का न अँधेरा हो,
ऐ दिल,ले चल कहीं दूर,
जहाँ,समुद्र का किनारा हो,
और हर सुकून भरा पल हमारा हो,
जिंदगी की दौड़-धूप से दूर,
जहाँ हवाएं गातीं हों,प्रेम के तराने,
हर किसी के चेहरे पर मुस्कुरुराने के हो अनगिनत बहाने,
ऐ दिल ले चल..............

प्रेम वसंत समीर है,तो द्वेष ग्रीष्म की लू के समां है|
keep the atmosphere at home calm and peaceful.Let there be a lot of love and positive energy flowing.

Sunday, September 19, 2010

आप हैं तो,हँसता है गगन,
हैं आप,तो महकता है चमन,
आपके होने से ही,
टिमटिमाते हैं तारें,
सूरज और चाँद की रौशनी भी 
आपके होने से लगतें हैं प्यारे,
हमारे जीवन को संवारने में,
पहले,प्रभु का हाथ है,
दूजा, आपका साथ है|

Saturday, September 18, 2010

Always do right.This will gratify some and astonish the rest.

Friday, September 17, 2010

दीन-दुखियों के लिए,कुछ 
कर पाओ,तो सार्थक है जीवन तुम्हारा,
बेसहारों का बन पाओ,तुम
जो सहारा,तो सार्थक है जीवन तुम्हारा,
किसी की खोई हुई खुशियाँ,लौटा पाओ
तो सार्थक है,जीवन तुम्हारा,
किसी के अधूरे सपनों को,जो पूरा 
कर पाओ,तो सार्थक है जीवन तुम्हारा|
परपीड़ा को देखकर,मन में दया न आय|
वह मानव-'मानव'नहीं,वह 'पत्थर'कहलाय|

Thursday, September 16, 2010

Once you replace negative thoughts with positive ones,you'll start having positive results
भाग रहा है,हर कोई
जीवन की डगर पर,
फिसल रहा है,सुकून का हर पल
जीवन की डगर पर,
वक़्त की थामे डोर,
इक दूजे से आगे निकल जाने की मची है होड़,
जीवन की डगर पर|
Time is what we want most,but..........what we use worst.

Wednesday, September 15, 2010

हर कली को एक दिन खिलना है,
खिलकर मुरझाना भी है,
हर सुबह को,शाम ढलते ही,
अँधेरी रात में बदलजाना है,
हर किसी जन्म लेने वाले इंसान को,
इक दिन संसार छोड़ अवश्य जाना है,
याद रखे ये अटल सत्य,यदि हर मनुष्य
उसे अपनी बहुत सी उलझनों से,
छुटकारा मिल जाना है|
Inner beauty comes from a stress free mind and a confident,giving personality.

Tuesday, September 14, 2010

Prayer is an inward quest ,an intense desire for god's grace.Prayer opens the doors of our heart to let in god and let out self ,to let in love and let out hate , to let in faith and let out fear , to let in humility and let out arrogance.
मुश्किल कुछ न था,
बस तनहा था,जीवन का सफ़र,
पास ही थे तुम,
फिर भी तनहा था,जीवन का सफ़र,
हर पल चाहा तुम्हे,
फिर भी तरसे तुम्हारी चाहत को,
प्यार और खुशियाँ तो बाँट लिए तुमसे,
बस कुछ दुःख-दर्द रह गए बांटने को|

Monday, September 13, 2010

It is better to be hated for who you are,than to be loved for that who you are not.
किसी का रुपया वापिस किया जा सकता है,लेकिन सहानभूति के दो शब्द वह ऋण है,जिसे चुकाना मनुष्य के बाहर है|

Sunday, September 12, 2010

Smile s a inexpensive way to improve your looks.
ओस की बूँद की तरह,
पवित्र हो तुम,
सीप के मोंती से अनमोल,
तुम्हारे जीवन खुशियों से लदा रहे,तुम्हारा 
आँचल सदा सबके आशीर्वादों से भरा रहे,
आज हर फूल,हर पत्ता तुम्हें मुबारकबाद दे रहें हैं,
सूरज,चाँद और तारे आपको जन्मदिन की बधाई दे रहें हैं|

Saturday, September 11, 2010

A man should be judged by his questions rather than his answers.
You are as young as your Faith,as old as your Doubt,as young as your Self-confidence,as old as your Fear,as young as your Hope,as old as your Despair.

मैंने पूछा चिड़िया से,तुम रहती हो कहाँ?
उसने कहा,सारा आसमान हैं,मेरा आशियाँ,
चाँद से पूछा,कहाँ से निकलते हो,
कहाँ गुम हो जाते हो?
उसने गर्व से कहा,आसमान है मेरा आशियाँ,
पवन से जब पूछा,तुम रहती हो कहाँ,
तो वो बोली,तुम जाओगे जहाँ,मुझे पाओगे वहाँ|
Night brings our troubles to the light,rather than banishes them.

Friday, September 10, 2010

इस संसार का हर नन्हा बालक,
सूर्य की तरह,प्रकाश फैलाने आता है,
अपनी बंद मुठी में अपने भाग्य के साथ,
दूसरों के सुख-दुःख भी लेकर आता है,
प्रेम और पवित्र मन से,न जाने कितने बंधनों
में बंधता चला जाता है,
फिर अपनी सूझ-बूझ से,दुनिया में आगे बढता जाता है|

Age

Age is strictly a case of mind over matter.If you don't mind,it doesn't matter.

Thursday, September 9, 2010

जिसकी अभिलाषाएं नहीं मरतीं,वह मरकर भी भटकता है|अभिलाषाओं से मुक्ति ही प्रभु में विलय है|
The key to success is to learn to do something right and to do it right everytime.
बहुत सी बातें,जो हम खुद नहीं सीख पाते,
वो वक़्त सिखा देता है हमें,
बहुत से ऐसे चेहरे,जो लगा कर घूमते हैं,मुखौटे
उन्हें बेनकाब कर दिखाता है,वक़्त हमें,
हम रोना न भी चाहें,तो भी कभी-कभी
वक़्त रुला  देता है,हमें|

Wednesday, September 8, 2010

Most of us spend too much time in wishing for things we don't have and missing the things we do.
We should hope and work,but never hope more than you work.
सावन ने दी है,सुहानी सी दस्तक
ठंडी हवाएं बल खाने लगीं,
फूल खिलकर,मौसम को महकाने लगे,
भँवरे मस्त होकर,बागों में मंडराने लगे,
दिल में,तुम्हारी यादों के तार झनझनाने लगे,
आसमानों में,इन्द्रधनुष अपने रंगों से प्रेम के तीर चलाने लगे,
परिंदे अपने घोंसलों से बाहर आकर,
प्रकृति की अनुपम छटा का लुत्फ़ उठाने लगे|
Tears of joy are like the summer rain drops pierced by sunbeams.

Tuesday, September 7, 2010

टूटने मत दो,
किसी के सपनों को,
किसी गरीब के आत्मविश्वास को,
किसी अंधे-बेसहारा की लाठी को,
किसी के सम्मान और विश्वास को,
किसी नाजुख से रिश्ते की डोर को,
किसी के प्रेम से,भरे दिल को|
Life gets better as you get older........unless you are a banana.

Monday, September 6, 2010

लाख समझातें हैं,दिल को
पर कहाँ मानताहै,
आपकी बेरुखी को,हमारा 
दिल कहाँ पहचानता है,
हर कोशिश करतें हैं,खुश 
रखने और रहने की,पता 
नहीं कहाँ खता कर बैठते हैं,
हम खुद नहीं जानतें,
आपके चेहरे पर एक मुस्कराहट लाने को,
हमने न जाने कितने यत्न हैं किये,
लाख समझातें हैं दिल को......

Habits are to the soul what the veins and arteries to the blood,the courses in which it moves.

Sunday, September 5, 2010

दोस्ती कितना सुकून देती है,
मन को,
दोस्ती हर परेशानी दूर कर देती है,
जीवन की,
दोस्ती बहुत सी मुश्किलें आसान करती है,
दिल की,
दोस्ती की चमक के सामने फीकी है,झिलमिलाहट
चाँद-तारों की|
Shun idleness.It is the rust that attaches itself to the most brilliant metals.
सागर का किनारा हो,
और बस साथ तुम्हारा हो,
चंदा की शीतल चांदनी हो,
और  बस साथ तुम्हारा हो,
बूंदों की बरसती हो,ठंडी फुहार,
और बस मेरे हाथ में हाथ तुम्हारा हो....
We should avoid discussing our personal problems with others,because eighty percent don't care,rest of them are glad that you have them.

Saturday, September 4, 2010


सब शिकवे-शिकायतें उनसे थी,
सब रूठना -मानना उसका,उनसे था,
हंसी-ठिठोली,वोह अल्हड़पन 
सब छूट गया,
साँसें तो चलतीं हैं,अब भी
दिल तो धड़कता है,अब भी,
पर उनसे बिछुड़ते ही,उसे  ऐसे लगा 
जैसे कल-कल बहती नदी का पानी सूख गया|

Four innate sentiments dispose people to a universal moral sense.These are sympathy,fairness, self-control and duty.

Friday, September 3, 2010

निंदिया अंखियों में आने लगी,
सपने ने पहले से ही कर ली तैयारी,
बाँध लिए घुंघरू,
कुछ ले आये आंसू,
कुछ ने कर दी खुशियों की बरसात,
अंखियों में निंदिया आने लगी.......
पलकें भारी होने लगी,
तुम्हारी कही,अनकही बातें याद दिलाने को,
सपनों ने फिर से कर ली है तैयारी......
Hard work is the yeast,that raises the dough.
The world is round and the place which may seem like the end,may also be the beginning.

Thursday, September 2, 2010

सरल रहो,सहज रहो,
प्रसन्न रहो,
पहले तोलो,फिर बोलो,
प्रसन्न रहो,
पहले झुको,फिर झुकाओ
प्रसन्न रहो,
न खुद परेशान हो,न दूसरों को करो,
हर पल,प्रभु का नाम गुनगुनाते रहो,
सदा सुखी रहो|
Fear nothing! ...............Fear only to do wrong.

Wednesday, September 1, 2010

Mistakes

Do not brood over your past mistakes and failures as this will only fill your mind with grief ,regret and depression . Do not repeat them in the future.
 
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