जीना हैं तो जी लेंगे कहते हैं सभी ,
मन में सोचते हैं,
शायद ज़िन्दगी इक नई करवट लेगी कभी,
हर शक्स परेशां देखा , दुखी और हैरान देखा।
खुशियों के पीछे भागते रहे हरदम,
या डूबे रहे अपने ही ग़मों में हरदम ,
आ सको तो आ जाओ किसी के काम इंसान पहले ,
ज़िन्दगी जीने का सलीका सीखो इंसान पहले |
मन में सोचते हैं,
शायद ज़िन्दगी इक नई करवट लेगी कभी,
हर शक्स परेशां देखा , दुखी और हैरान देखा।
खुशियों के पीछे भागते रहे हरदम,
या डूबे रहे अपने ही ग़मों में हरदम ,
आ सको तो आ जाओ किसी के काम इंसान पहले ,
ज़िन्दगी जीने का सलीका सीखो इंसान पहले |
No comments:
Post a Comment