ज़िन्दगी आज ख़त्म हो जाए,हमे कोई गम नही
हम जान चुके हैं की हम, किसी से कम नही,
जो चाहा हमने वो पाया है ,
वो और बात है कि,
हमे अपनों ने बहुत सताया है |
हम जान चुके हैं की हम, किसी से कम नही,
जो चाहा हमने वो पाया है ,
वो और बात है कि,
हमे अपनों ने बहुत सताया है |
2 comments:
Yeh poems sun ke hume bada maza aaya hai. Woh alag baat hai ki samajh mein kuch nahi aaya hai. Ap to likhte hi bahut badhiya hain phir aapne yeh blog ki jagah book mein kyon nahi chapwaye hai.
Thank You Dear beta Aditya for such a nice and wonderful comment..
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