माँ है,प्रेम का दूजा नाम,
माँ को,है हर पल सलाम,
अपनी संतान,में रहते उसके प्राण,
माँ की ममता,है जग में सबसे महान,
परवाह नहीं,जिसे अपने सुख-चैन की,
चिंता करती,हर वक्त अपनी औलाद की,
प्रभु का सबसे बड़ा वरदान है,माँ,
अतुलनीय है,जो सकल संसार में,
वो है,सिर्फ माँ,माँ,माँ...................|
माँ को,है हर पल सलाम,
अपनी संतान,में रहते उसके प्राण,
माँ की ममता,है जग में सबसे महान,
परवाह नहीं,जिसे अपने सुख-चैन की,
चिंता करती,हर वक्त अपनी औलाद की,
प्रभु का सबसे बड़ा वरदान है,माँ,
अतुलनीय है,जो सकल संसार में,
वो है,सिर्फ माँ,माँ,माँ...................|
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