आंसू नहीं हैं,आँखों में
फिर भी वो रोती है,
नींद है,कोसो दूर,
न जाने वो कैसे सोती है,
दर्द बढ़ चुका है,इतना
की जिंदगी,
कांटो की सेज बन चुकी है,
उफ़,
क्यों उसकी हर खुशी,गम में बदल चुकी है|
फिर भी वो रोती है,
नींद है,कोसो दूर,
न जाने वो कैसे सोती है,
दर्द बढ़ चुका है,इतना
की जिंदगी,
कांटो की सेज बन चुकी है,
उफ़,
क्यों उसकी हर खुशी,गम में बदल चुकी है|
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