प्रभु की कृपा बरस रही,
धुप में,और छाया में भी,
आसमान पर,और धरती पर भी,
आग में,और पानी में भी,
हमपर,
और हर प्राणी की जिंदगानी पर भी|
धुप में,और छाया में भी,
आसमान पर,और धरती पर भी,
आग में,और पानी में भी,
हमपर,
और हर प्राणी की जिंदगानी पर भी|
"MY IMAGINATION WILL GO FAR AND WIDE FROM ONE TIDE TO ANOTHER TIDE"
New Delhi |
No comments:
Post a Comment