संग-संग खेले हम,
संग-संग मुस्कुराए,
खूब नाचे संग,
साथ-साथ गाए,
पता ही न चला,
कैसे इतने पल बीत गए,
अब तो जीना होगा,
बिन तुम्हारे साथ के,
तुम तो हो परदेसी,
देकर आँखों में आंसू,
चले जाओगे,हाथ छुड़ा के|
"MY IMAGINATION WILL GO FAR AND WIDE FROM ONE TIDE TO ANOTHER TIDE"
New Delhi |
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