तुम्हारा चेहरा देख,दिल खिल गया,
अनजानों के भीड़ में,
जैसे कोई अपना मिल गया,
ऐसा लगा,मानो
होठों को उनकी मुस्कान,
चाँद-तारों को आसमान,
और मुरझाए हुए चमन को,
उनका बागबान मिल गया|
"MY IMAGINATION WILL GO FAR AND WIDE FROM ONE TIDE TO ANOTHER TIDE"
New Delhi |
1 comment:
kaun aaya Tere dil ke dware payal ke jhankar liye!!!!
little sis
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