उसकी हिम्मत की देनी होगी,दाद
जिसका कभी भी,किस्मत ने न दिया साथ,
विपदाओं से था,उसका रिश्ता अनोखा,
हर अपना-पराया देकर गया एक नया धोखा,
न मिली कभी पेट भर रोटी,
न मिले कभी दो पल सुकून के,
हार न मानी फिर भी,कभी उसने
अपने जीवन को चुनौती,मानकर जिया सदा उसने|
1 comment:
aasha se bhari hui rachna. dhanyabad
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