आसमान के हैं,परिन्दें
परिंदों का है आसमान,
हम चाहें,तो अपने
मनोबल से छू सकते है आसमान,
मुश्किल कुछ नहीं,बस कुछ
कदम दूर है,मंजिल अपनी
हौसले और दृड़ निश्चय से
बदलनी होगी किस्मत अपनी|
"MY IMAGINATION WILL GO FAR AND WIDE FROM ONE TIDE TO ANOTHER TIDE"
New Delhi |
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