तुम्हारे प्रेम के कारण ही,
चल पाई है नाव जीवन की,
तुम्हारे विश्वास के बल पर ही,
चल पाई है नाव हमारे जीवन की,
तुमसे अथाह सम्मान पाकर ही,
उमंग और उत्साह से चला पाएं हैं,
नाव अपने जीवन की|
"MY IMAGINATION WILL GO FAR AND WIDE FROM ONE TIDE TO ANOTHER TIDE"
New Delhi |
1 comment:
lovely! The other post of dukhi aadmi is also a eye-opener!
little sis
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