होठों पर सदा कोई गीत सजा रहे,
गाते हुए जिसे रूह को सुकून मिलता रहे,
आँखों में कोई न कोई,ख्वाब पलता रहे,जिसे
पूरा करने की हसरत,जीवन को दिशा देती रहे,
जीवन से जो मिला,उसे पाने का संतोष मिलता रहे,
असंतोष और असंयम हमसे कोसों दूर रहें,
हे प्रभु,हमारे मन रुपी घोड़े की,सदा आपके हाथ में लगाम रहे|
1 comment:
शानदार पोस्ट
Post a Comment