क्या है जिंदगी,
किसी के काम आना है,जिंदगी,
किसी दूसरे की भूल को,भुला देना,है जिंदगी,
अपने-परायों पर प्यार लुटाना,है जिंदगी,
मीठी वाणी से,दूसरों के ज़ख्मों पर मलहम लगाना,है जिंदगी,
अपनी कमजोरियों और बुराइयों पर विजय पाना ,है जिंदगी,
किसी रोते हुए को हँसाना,है जिंदगी,
सच्चे मन से,अपना कर्तव्य निभाना,है जिंदगी,
हर पल,हर समय उस ईश्वर का स्मरण करना,है जिंदगी|
2 comments:
बढ़िया.
बहुत ही खूबसूरत कविता है
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