कोई तो कसूर होगा उसका,
जो रह गई वो अकेली जहान में,
उजड़ गया दिल का गुलशन,
बगिया फूलों की,परिवर्तित हो गई रेगिस्तान में,
ओ ऊपरवाले,खता क्या थी,उसकी
हमसफ़र के जिसने छोडा,बीच मझधार में|
"MY IMAGINATION WILL GO FAR AND WIDE FROM ONE TIDE TO ANOTHER TIDE"
New Delhi |
1 comment:
nice one !!!
Post a Comment