सागर के मोंती से भी अनमोल है,
गर कुछ,तो वो तुम हो,
फूलों से भी कोमल हृदय है,
जिसका,वो सिर्फ तुम हो,
विशाल अम्बर से भी,ज्यादा असीमित
प्रेम है जिसका,वो सिर्फ और सिर्फ तुम हो|
"MY IMAGINATION WILL GO FAR AND WIDE FROM ONE TIDE TO ANOTHER TIDE"
New Delhi |
1 comment:
Thanks a ton!Love you so much
little sis
Post a Comment