जैसे प्यासी धरती को इंतज़ार रहता है,
बादल के जल बरसाने का,
हर कली को इंतज़ार रहता है,
खिलकर फूल बन जाने का,
आसमान को सदा इंतज़ार रहता है,
सूरज और चाँद के आने का,
हमारी आँखों को हरदम इंतज़ार रहता है,
तुम्हारे आ जाने का|
"MY IMAGINATION WILL GO FAR AND WIDE FROM ONE TIDE TO ANOTHER TIDE"
New Delhi |
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