फूल चुनकर बहारों से हमने,
सजाया है गुलिस्तान अपना,
मोंती चुनकर,सागर से हमने
सजाया है दिल का गुलशन अपना,
रंग चुनकर,इन्द्रधनुष से हमने,
रंग भरे हैं,सपनों में अपने,
तुम्हारे प्यार और विश्वास से हमने,
संवारा है,और बनाया है,अनमोल जीवन अपना|
"MY IMAGINATION WILL GO FAR AND WIDE FROM ONE TIDE TO ANOTHER TIDE"
New Delhi |
1 comment:
...सुन्दर रचना,प्रभावशाली!!!
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