भोर होने का सबसे ज्यादा स्वगत,
नन्हीं चिड़ियाँ ही करतीं हैं,
पौ पटने से पहले ही उठकर,ये
चहचहाकर सारे जग को उठाती हैं,
खुश होकर,ये सबको जीने का राज़ बतातीं हैं,
चिड़ियाँ हैं बहुत छोटी,अपने नन्हे मुख से
प्रकृति का गुणगान करते नहीं थकतीं हैं|
"MY IMAGINATION WILL GO FAR AND WIDE FROM ONE TIDE TO ANOTHER TIDE"
New Delhi |
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