जिंदगी देती है अवसर बहुत इंसान को,
इंसान बनने के,
कोई क्या करे,जब इंसान खुद न चाहे ,
इंसान बनने को,
जानवर और इंसान में फर्क बहुत कम है,
इंसान ये क्यों नहीं समझता,
यह सोच के,कभी-कभी आँखें हो जाती नम हैं|
"MY IMAGINATION WILL GO FAR AND WIDE FROM ONE TIDE TO ANOTHER TIDE"
New Delhi |
1 comment:
असल में इन्सान एक भ्रम में जीता हैं,जबकि उसे अगले पल की खबर तक नहीं,फिर भी वो जिन्दगी के नशे में इस कदर चूर रहता है,कि भूल जाता है कि वो तब साथ छोड़ देती है जब इन्सान जानवर से इन्सानियत की ओर पहला कदम रख चुकता है ।
बहुत-बहुत प्यार,
छोटी बहन
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