जो तुम कह सके ,उसे तो हम सह सके
जैसे-तैसे,
पर जो,तुम्हारे लब न कह पाए ,
पर आँखें करती रहीं बयान,
वो बातें तो अब तक शूल सी चुभकर,
बन चुकी हैं,आहों के अंतहीन तूफ़ान|
"MY IMAGINATION WILL GO FAR AND WIDE FROM ONE TIDE TO ANOTHER TIDE"
New Delhi |
3 comments:
एहसास खूबसूरत है
आहें भरो उनके लिये जो समझते हैं इनका मतलब,क्यों भरते हो आहें उनके लिए जो समझते उन्हें बेमतलब!
प्यार सहित,
छोटी बहन
what a poetic comment.
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