मन के द्वार खोल कर देखो,
दूसरों के प्रति प्रेमभाव जगाकर देखो,
अन्दर अपने निर्मलता लाकर देखो,
उजाले ही उजालें होंगें हर ओर,
अपने तो क्या,बेगाने भी
खिंचे चले आएँगे तुम्हारी ओर|
"MY IMAGINATION WILL GO FAR AND WIDE FROM ONE TIDE TO ANOTHER TIDE"
New Delhi |
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