चांदनी गुनगुनाने लगती है,
शहनाइयाँ बजने लगतीं हैं,
चिड़ियाँ चहचहाने लगतीं हैं,
कलियाँ मुस्कुराने लगतीं हैं,
सुन के,आहट तेरे आने की,
तू सपने में भी न सोचना
कभी,हमसे दूर जाने की|
"MY IMAGINATION WILL GO FAR AND WIDE FROM ONE TIDE TO ANOTHER TIDE"
New Delhi |
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