जिसके पास सब कुछ है,
उसको बिन बात रोते देखा,
जिसके पास कुछ नहीं,
उसे हंसते-हंसाते देखा,
बहुत से आँखों वालों को
अंधों की तरह लड़खाड़ते देखा,
सागर के पास रहनेवाले को,
अक्सर प्यासा देखा,
भगवान् की बनाई हुई ,
कठपुतलियों का नित नया
तमाशा देखा|
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