राहें बुलाती हैं ,बहुत बाहें फैलाकर
सही रास्ता ढूँढना होगा तुम्हे,
मंजिल तक पहुँचने का,
सुनो अपने दिल की पुकार,धरती तो क्या,
विजयपा सकोगे तुम आसमानों पर भी,
मानना न कभी हार,
चाहें आएं विफलताएं हज़ार,
दामन न छोड़ना,uम्मीद और लगन का,
निश्चय ही हो जाएंगी सब बाधाएं सब पार ।
About Ritu Jain!
- Ritu Jain " Mystic Colors Of Life"
- New Delhi, India
- I am Ritu Jain,48 years and happily married . I live in Delhi. A Housewife who is a Psychology Hons. Graduate and wants to bring cheer and smile to every person who does not have one.Being creative is my lifeline. I am very happy today that I have launched my own Blog, to share my poems,thoughts,experiences and various colors in my life.
Thursday, August 27, 2009
Sunday, August 23, 2009
Friday, August 21, 2009
Thursday, August 20, 2009
Wednesday, August 19, 2009
Monday, August 17, 2009
Sunday, August 16, 2009
Saturday, August 15, 2009
Friday, August 14, 2009
Thursday, August 13, 2009
रात ने कुछ मायूस होकर ,
सुबह से ये कहा,क्यों हर
कोई बेसब्री से कर रहा ,
तुम्हारे होने का इंतज़ार,
जानती हूँ,उजाले से नहा उठती है,
धरती तुम्हारे आने पर,
हजारों कलियाँ खिल उठती हैं ,
बागों में,तुम्हारे आने पर,
चिडियां और भंवरें गाने लगतें हैं,
फिज़ाओं में तुम्हारे आने पर,
सुबह ने हंसकर कहा ,तेरा और
मेरा तो चोली-दामन का साथ है,
तू नहीं ,तो जग में मेरी क्या बिसात है.
सुबह से ये कहा,क्यों हर
कोई बेसब्री से कर रहा ,
तुम्हारे होने का इंतज़ार,
जानती हूँ,उजाले से नहा उठती है,
धरती तुम्हारे आने पर,
हजारों कलियाँ खिल उठती हैं ,
बागों में,तुम्हारे आने पर,
चिडियां और भंवरें गाने लगतें हैं,
फिज़ाओं में तुम्हारे आने पर,
सुबह ने हंसकर कहा ,तेरा और
मेरा तो चोली-दामन का साथ है,
तू नहीं ,तो जग में मेरी क्या बिसात है.
Wednesday, August 12, 2009
Tuesday, August 11, 2009
Monday, August 10, 2009
Saturday, August 8, 2009
Thursday, August 6, 2009
Tuesday, August 4, 2009
Monday, August 3, 2009
Saturday, August 1, 2009
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