न जाiने कितने चेहरे हैं,बनाए
उस विधाता ने,
न जाने कितने फूल हैं,खिलाए
उस विधाता ने,
न जाने कितनी बूँदें हैं,बरसाई
उस विधाता ने,
न जाने कितने जीव-जन्तु हैं,बनाए
उस विधाता ने,
न जाने कितनी असीमित कृपा है,बरसाई
उस विधाता ने,
न जाने कितने मुखौटे हैं,लगाए
उस विधाता के बनाए इंसान ने|
1 comment:
very inspiring!
little sis
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