अँधेरा है खामोश खड़ा,
फिर क्यों डराता है,मन को
अँधेरा है चुपचाप खड़ा,
फिर क्यों सताता है,सब को
अँधेरा भी,उजाले की तरह सत्य है,
अँधेरे में,रौशनी अपने पीछे लाने का दम है,
अँधेरे से लड़ना,हौंसले का प्रतीक है,
अँधेरे को पीछे छोड़कर,
रौशनी की तरफ कदम बढाने में,हमारी जीत है|
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